रोहतास: बिहार विधानसभा चुनाव के चुनाव में जनसंपर्क को निकले प्रत्याशियों को जनता के तीखे सवालों का सामना करना पड़ रहा है. प्रचार अभियान पर निकले नेताओं से जनता सीधे तौर पर सवाल कर उनके बीते 5 साल के कार्यकाल का लेखाजोखा मांग रही है.
दरअसल, नोखा विधानसभा सीट से राजद प्रत्याशी सह सिटिंग एमएलए अनीता देवी सिरखिंडा स्थित मस्जिद में वोट मांगने पहुंची. मौके पर लोगों ने उनसे सवाल जवाब करना शुरू कर दिया. इस दौरान विधायक अनीता देवी असहज नजर आई और अधिकारियों पर नाकामी का आरोप लगाया.
बिजली को लेकर किया सवाल-जवाब
बताया जाता है कि विधायक जहां वोट मांगने गई पहुंची थी. वहां के कई मोहल्लों में बिजली के खंभों के अभाव में सही तरीके से बिजली का सप्लाई नहीं हो पा रहा है. जबकि ग्रामीण बीते एक साल से बिजली व्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग करते आ रहे थे. इसी दौरान जब राजद विधायक गांव में वोट मांगने पहुंची, तो मस्जिद के मौलाना सहित गांव के दर्जनों लोगों ने विधायक से विकास कार्यों का लेखा-जोखा मांगने लगे. हालांकि, इस दौरान विधायक ने अधिकारियों पर बीजेपी एजेंट होने का आरोप लगाकर अपना पल्ला झाड़ लिया.
बिहार सरकार में पर्यटन मंत्री रह चुकी है अनिता देवी
विधायक अनीता देवी के राजनीतिक करियर की बात करें तो वे बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रहे स्वर्गीय जंगी चौधरी की पुत्रवधू और स्वर्गीय आनंद मोहन सिंह की पत्नी हैं. वे शिक्षिका भी रही चुकी है. 2015 में अनीता देवी ने आरजेडी-जेडीयू गठबंधन की तरफ से बीजेपी प्रत्याशी रामेश्वर चौरसिया को हराया था.
इस दौरान नीतीश कुमार ने अनिता देवी को अपने कैबिनेट में पर्यटन मंत्री का पद भी दिया था. हालांकि, 2015 में राजनीतिक हालात पूरी तरह से बदले हुए थे. उस समय नीतीश लालू का दामन थाम चुके थे. ऐसे में जब एक बार आरजेडी-जेडीयू गठबंधन टूट चुका है, तो इस बार का विधानसभा चुनाव दिलचस्प होने की पूरी संभावाना है.