नई दिल्ली: असम में मंगलवार को तीसरे और आखिरी चरण के मतदान हुए. असम में तीसरे और अंतिम चरण में चार लोकसभा सीटों से 54 उम्मीदवार मैदान में थे. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के अनुसार, कुल 54 उम्मीदवारों में से आठ उम्मीदवारों (15 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले हैं.
इनमें कांग्रेस से एक उम्मीदवार, AITC से एक, RPI (A) से एक, AGP से एक, AIUDF से दो और दो निर्दलीय उम्मीदवारों के खिलाफ इस तरह के मामले दर्ज हैं.
उल्लेखनीय है कि, कोकराझार के सांसद नबा सरानिया (हीरा सरानिया) लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं. 2014 के चुनाव में उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी से 2 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. नबा सरानिया, यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असोम (उल्फा-आई) के खिलाफ खिलाफ हत्या और अपहरण के मामले दर्ज हैं.
एक वरिष्ठ पत्रकार दीपक दीवान ने कहा, 'यह एक गंभीर मुद्दा है. इससे पहले पूर्वोत्तर में उन लोगों को चुनाव नहीं लड़ने दिया जाता था जिनके खिलाफ इस तरह के आपरादिक मामले दर्ज हों.'
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल के खिलाफ सात आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें धर्म, जाति, जन्म स्थान आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने से संबंधित दो आरोप भी शामिल हैं.
बता दें, अजमल धुबरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. एआईयूडीएफ के एक अन्य उम्मीदवार रफीकुल इस्लाम, निर्दलीय उम्मीदवार उत्तम रे, एआईटीसी के मनोज शर्मा, कांग्रेस के अबू ताहिर बेपारी के खिलाफ भी आपराधिक मामले दर्ज हैं.