बेतिया: बिहार के पश्चिम चंपारण (West Champaran) जिले के ठठवा गांव में तीन दिन से लापता बच्चे का शव गन्ने के खेत में मिला. शव को बोरी में बंद कर फेंका गया था. सिर और पैर पर गंभीर जख्म के निशान मिले हैं. परिजनों ने हत्या का मामला बताया है.
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घटना शिकारपुर थाना (Shikarpur Police Station) क्षेत्र की है. ठठवा गांव में 7 वर्षीय मासूम की हत्या कर दी गई और शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया गया. मृतक की पहचान नजरे आलम के बेटे शम्से आलम के रूप में की गई है. घटना की सूचना मिलते ही शिकारपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेतिया भेज दिया.
परिजनों के अनुसार शम्से आलम 4 सितंबर को दरवाजे पर खेलने के दौरान गायब हो गया था. परिवार के लोग उसकी तलाश में जुटे थे. सोशल मीडिया पर भी बच्चे की गुमशुदगी की बात कही गई थी. मंगलवार को गांव के लोगों ने खेत में बोरी में बंद शव देखा. शोरगुल पर लोगों की भीड़ जुट गई. पुलिस के पहुंचने के बाद शव को नजरे आलम के दरवाजे पर लाया गया.
गंजी और पैंट के आधार पर उसकी शिनाख्त की गई. मासूम की हत्या के बाद गांव में कोहराम मच गया. मृतक की मां रूबैदा खातुन का रो-रो कर बुरा हाल है. मासूम का पिता फिलहाल जेल में बंद है. सहोदरा थाना क्षेत्र में एक लड़की के अपहरण मामले में उसकी गिरफ्तारी कुछ दिन पहले हुई थी.
"बच्चे की हत्या कैसे की गई इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा. घटना के कारणों की पड़ताल की जा रही है. शीघ्र ही हत्या में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा. "- अजय कुमार, थानाध्यक्ष, शिकारपुर
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