पटना: बिहार के खिलाड़ी (Bihar Sports News) खेल जगत में अपना प्रदर्शन दिखाकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं. इन खिलाड़ियों में जुनून इस कदर है कि बिहार में प्रशिक्षण केंद्र और खेल मैदान के अभाव के बावजूद यहां के खिलाड़ी देश और दुनिया में नाम रोशन करने का काम कर रहे हैं.
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श्रेयसी सिंह बीजेपी कोटे के विधायक हैं. एक विधायक होने के साथ-साथ अपने खेल को भी बड़ी बखूबी से खेलती हैं. जिसके चलते आज वो बिहार का नाम रोशन कर रही हैं. विधायक होने के नाते श्रेयसी सिंह को सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाना, सरकार के बैठक में शामिल होना, जनता के मुद्दों को गंभीरता से सुनना पड़ता है. इन सबके बीच अपनी पुरानी पहचान से जाने जानी वाली श्रेयसी सिंह निशानेबाजी में भी नहीं चूकती हैं.
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह (International Shooter Shreyasi Singh) ने इस साल पटियाला में डबल ट्रैप स्पर्धा का गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. इसके ठीक 10 दिन पहले ही श्रेयसी ने वुमेन्स ट्रैप इवेंट में भी बिहार के लिए पीला तमगा जीता था. इस बात की जानकारी मिलते ही पूरे बिहार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी थी. यहां तक कि श्रेयसी सिंह को बिहार के मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भी बधाई देते नहीं थके. श्रेयसी सिंह दो-दो जिम्मेदारी को बखूबी निभा रही हैं और बिहार के मान सम्मान बढ़ाने में चार चांद लगा रही हैं.
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इसी प्रकार बिहार के सहरसा के अरबाज अंसारी (Arbaaz Ansari of Saharsa) ने युगांडा पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीतकर बिहार का नाम रोशन किया. साथ ही देश में बिहार को मान सम्मान दिलाने का काम किया. पूरा बिहार अरबाज अंसारी पर गर्व महसूस कर रहा है. इन खिलाड़ियों से बिहार का नाम ऊंचा हो रहा है. इन युवा खिलाड़ियों को देखकर बिहार के युवाओं में जोश और उत्साह का संचार होता है.
क्रिकेट की दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाले क्रिकेटर ईशान किशन (Cricketer Ishan Kishan) क्रिकेट के उभरते हुए सितारे हैं. अपनी मेहनत के दम पर ईशान बचपन से ही बेट बॉल से प्यार करते थे और इसी का नतीजा है कि ईशान कम उम्र में ही स्कूल वर्ल्ड कप टूर्नामेंट और इस तरह की राज्य स्तर से खेलते हुए आज सब लोगों का मन मोह रहे हैं. बिहार पटना के रहने वाले क्रिकेटर ईशान किशन का टी-20 सेलेक्शन वर्ल्ड कप खेलने वाली भारतीय टीम में हुआ था.
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बिहार मधुबनी के रहने वाले हर्ष नंदा का चयन भी अंडर-19 पुरुष वर्ग क्रिकेट टीम के लिए किया गया था, जो एक दिवसीय था. हर्ष नंदा भी कई वर्षों से मधुबनी में क्रिकेट संघ से खेल रहे हैं. नंदा तेज गेंदबाज भी हैं. उन्हें उनकी प्रतिभा की बदौलत अंडर-19 पुरुष वर्ग में शामिल किया गया था.
प्रमोद भगत ने बैडमिंटन में गोल्ड जीतने का काम किया है. इस साल प्रमोद देश में बैडमिंटन पैराओलंपिक में मेडल लेकर बिहार और भारत का नाम रोशन करने का काम किया है. प्रमोद भगत हाजीपुर के रहने वाले हैं. प्रमोद के बारे में बताया जाता है कि 5 साल की उम्र में पैर में पोलियो के कारण उनकी बुआ बेहतर इलाज के लिए ओडिशा लेकर चली गई थीं. जहां उन्होंने अपनी कमजोरी को ताकत बनाया और बैडमिंटन खेलना शुरू किया.
शरद कुमार के बाद अब बिहार के रहने वाले प्रमोद ने देश को चौथा गोल्ड मेडल इस अंतराष्ट्रीय खेल आयोजन में दिलाया है. बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. टोक्यो पैरालिंपिक में ऊंची कूद स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाले मुजफ्फरपुर के शरद कुमार इस साल टोक्यो पैरालिंपिक में कांस्य जीतने में सफल रहे है. इसके पहले भी वह कई गोल्ड जीत चुके हैं.
कुल मिलाकर देखा जाए तो 2021 बिहार के लिए काफी अच्छा रहा है. बिहार के युवा खिलाड़ियों ने अपना प्रदर्शन दिखाकर बिहार को मान सम्मान दिलाने का काम किया है. साथ ही साथ अपनी प्रतिभा को भी निखारने में यहां के खिलाड़ी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. 2021 में बिहार के खिलाड़ियों ने खेल जगत में अच्छा प्रदर्शन कर गोल्ड मेडल प्राप्त कर अपना और अपने परिवार के साथ-साथ बिहार को एक नई पहचान दिलाने का काम किया है. अगर इन खिलाड़ियों को अच्छा प्लेटफार्म मिले तो एक से बढ़कर एक खिलाड़ी बिहार से निकलकर देश और दुनिया में बिहार को पहचान दिलाने का काम करेंगे.
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