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धनरूआ में एक ही चापाकल से पूरा गांव पी रहा है पानी, नहीं मिला नल का जल योजना का लाभ

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Published : May 4, 2022, 1:02 PM IST

तपती गर्मी के बीच पटना के ग्रामीण इलाकों में पानी के लिए हाहाकार (Drinking Water Problem In Dhanrua) मचा है. इस इलाके में अभी तक सीएम नीतीश कुमार महत्वाकांक्षी नल का जल योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. यहां सभी सरकारी चापाकल खराब हैं. पढ़ें पूरी खबर.

Water scarcity in rural areas of Patna
Water scarcity in rural areas of Patna

पटना: सीएम नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल का जल योजना (CM Nitish Kumar Nal ka Jal Yojna) का लाभ अभी तक शत-प्रतिशत घरों तक नहीं पहुंच पाया है. पटना के ग्रामीण इलाकों के कई ऐसे गांव हैं, इस भीषण गर्मी में लोगों को पानी के लिए काफी मशक्कत (Water scarcity in rural areas of Patna) करनी पड़ रही है. अगल-बगल के गांव से पानी लाने के लिए लोग विवश हैं. सभी सरकारी चापाकल खराब हैं. सिर्फ एक निजी चापाकल काम रहा है. ऐसे में लोगों ने अब विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया हैं.

ये भी पढ़ें: नीतीश के मंत्री का अजीबोगरीब तर्क, पानी की बर्बादी के चलते सभी घरों तक नहीं पहुंचा नल का जल योजना का लाभ

खराब पड़े हैं सरकारी चापाकल: धनरूआ प्रखंड के रोहिलाचक गांव में नल जल योजना के तहत कार्य की शुरुआत अभी तक नहीं हुई है. सरकारी चापाकल भी खराब हैं. प्रचंड गर्मी में हर तरफ जलस्तर नीचे जा रहा है. लोगो के बीच पानी के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है. रोहिलाचक की अमृता देवी, कौशल्या देवी, सुरेश प्रसाद, मोहन कुमार आदि ने कहा कि इस गांव में 3 सरकारी चापाकल हैं. तीनों कई वर्षों से खराब हैं. सरकारी नुमाइंदों को लगातार सूचना दी गई है, इसके बावजूद अभी तक कोई देखने तक नहीं आया. गांव के 1 घर में निजी चापाकल है, उसी से पूरा गांव पानी पी रहा है. वह भी हर 2 दिन पर खराब हो जा रहा है. नल जल योजना अब तक इस गांव में नहीं पहुंची है.

देखें रिपोर्ट

पंचायत प्रतिनिधियों को सर्वे का निर्देश: धनरूआ के प्रखंड विकास पदाधिकारी और पंचायती राज पदाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा हाल के दिनों में निर्देश आया है कि जहां-जहां भी गांव में सरकारी चापाकल खराब है, उसको अविलंब युद्ध स्तर पर दुरुस्त किया जाये. ऐसे में धनरूआ प्रखंड के तमाम मुखिया, पंचायत समिति, प्रखंड प्रमुख एवं अन्य जनप्रतिनिधियों को कहा गया है कि वे अपने-अपने गांवों में विजिट कर सर्वे करें. जहां-जहां सरकारी चापाकल खराब है, उसकी सूची प्रखंड मुख्यालय में दे, उसे अविलंब दुरुस्त कराया जाएगा. जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के तमाम प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी और पंचायती राज पदाधिकारी को साफ निर्देश दिया है कि सभी सरकारी चापाकल को दुरुस्त करायें..

ये भी पढ़ें: मसौढ़ी में पानी की किल्लत, सुबह से ही बाल्टी-डिब्बा लेकर जुगाड़ में लग जाते हैं लोग

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खराब पड़े हैं सरकारी चापाकल: धनरूआ प्रखंड के रोहिलाचक गांव में नल जल योजना के तहत कार्य की शुरुआत अभी तक नहीं हुई है. सरकारी चापाकल भी खराब हैं. प्रचंड गर्मी में हर तरफ जलस्तर नीचे जा रहा है. लोगो के बीच पानी के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है. रोहिलाचक की अमृता देवी, कौशल्या देवी, सुरेश प्रसाद, मोहन कुमार आदि ने कहा कि इस गांव में 3 सरकारी चापाकल हैं. तीनों कई वर्षों से खराब हैं. सरकारी नुमाइंदों को लगातार सूचना दी गई है, इसके बावजूद अभी तक कोई देखने तक नहीं आया. गांव के 1 घर में निजी चापाकल है, उसी से पूरा गांव पानी पी रहा है. वह भी हर 2 दिन पर खराब हो जा रहा है. नल जल योजना अब तक इस गांव में नहीं पहुंची है.

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