पटना: कोरोना वायरस के कारण पूरे विश्व में मंदी का दौर शुरू हो गया है. क्रूड ऑयल में भी जबरदस्त गिरावट आई है. लेकिन, उसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। बिहार में अभी भी पेट्रोल 74 से 75 रुपए प्रति लीटर के बीच ही बिक रहा है. बिहार पेट्रोलियम एसोसिएशन के अध्यक्ष विजेंद्र प्रसाद सिन्हा का कहना है कि अगर टैक्स हट जाए तो बिहार के लोगों को 35रुपये में 1 लीटर पेट्रोल मिलने लगेगा.
अत्यधिक टैक्स के कारण नहीं घट रहा पेट्रोल की कीमत
कोरोना वायरस ने हर क्षेत्र में अपना असर डाला है. क्रूड ऑयल की कीमतों में जबरदस्त गिरावट आने के बावजूद देश और बिहार में लोगों को बहुत ज्यादा फायदा नहीं मिला है. विजेंद्र प्रसाद सिन्हा ने कहा कि अगर केंद्र और बिहार सरकार अपने टैक्स हटा ले तो लोगों को 35 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल मिल सकता है. बिहार में टैक्स सबसे ज्यादा है. बिहार में पेट्रोल पर 24% और डीजल पर 19% टैक्स है.
बिहार सरकार पेट्रोलियम पर लेती है 30% सरचार्ज
बिहार पेट्रोलियम एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि कीमतों के अलावा बिहार सरकार 30% सरचार्ज भी लेती है. इसके कारण बिहार से सटे राज्यों में लोग अधिक पेट्रोल खरीद रहे हैं और उसका नुकसान बिहार के पेट्रोल पंपों को हो रहा है. खासकर जो बॉर्डर इलाके के पेट्रोल पंप हैं उनकी बिक्री 50% तक घट गई है. पेट्रोल पंपों पर माप में गड़बड़ी किए जाने के सवाल पर विजेंद्र सिन्हा का कहना है कि पेट्रोल कंपनियों ने आधुनिक मशीनें लगाई है और इसलिए इसमें गड़बड़ी करने की गुंजाइश अब नहीं रह गई है.
बिहार में 5600 से अधिक पेट्रोल पंप
बिहार में 5600 से अधिक पेट्रोल पंप है कोरोना वायरस के असर के कारण पेट्रोल की कीमत में गिरावट तो जरूर आई है लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल की कीमतों मेंं जिस ढंग से कमी आई है उसके मुकाबले यह काफी कम है. केंद्र और बिहार सरकार की ओर से टैक्स लगाया जाना ही इसका सबसे बड़ा कारण है.