पटनाः बिहार की राजधानी पटना में एक इंजीनियर के ठिकानों पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की छापेमारी (Vigilance raid on engineer bases in Patna ) की सूचना है. निगरानी के छापेमारी में इंजीनियर के चल-अचल संपत्तियों का खुलासा हुआ है. निगरानी की टीम ने छापेमारी में इंजीनियर अरविंद कुमार के ठिकानों से उनके नाम करोड़ों के मकान और जमीन मिलने के खुलासा का दावा कर रही है. इस मामले में एसवीयू ने आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज किया है. इसमें करीब एक करोड़ 51 लाख रुपये की संपत्ति गैरकानूनी और नाजायज ढंग से अर्जित करने का आरोप है. एसवीयू के अनुसार, जब छापेमारी के बाद संपत्ति का आकलन किया गया तो यह करीब पांच करोड़ रुपये के आसपास आंकी गई है.
ये भी पढ़ेंः पटना में 4 हजार घूस लेते प्रभारी अंचल निरीक्षक गिरफ्तार, निगरानी ने रंगे हाथ दबोचा
आय से कई गुना अधिक संपत्ति मिली: आय से अधिक संपत्ति मामले में विशेष निगरानी इकाई ने मंगलवार की देर रात तक राज्य पुल निर्माण निगम के अभियंता अरविंद कुमार के ठिकाने पर छापेमारी की. इसमें आय से कई गुना अधिक संपत्ति पाई गई है. विशेष निगरानी विभाग ने उनके पटना स्थित आवास और कार्यालय में छापेमारी की है. इसमें करोड़ों की अचल संपत्ति का पता चला है. यह छापेमारी विशेष निगरानी विभाग ने पूरी तरह से गोपनीय रखकर की है. हालांकि, अब तक उनके ठिकानों से कितनी संपत्ति का पता चला है, इसका खुलासा विशेष निगरानी विभाग ने अब तक नहीं किया है.
पटना में चार जमीन, मकान और फ्लैट का खुलासा: विशेष निगरानी विभाग के विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार अभियंता अरविंद कुमार के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान पटना में चार जमीन मकान और फ्लैट की जानकारी का खुलासा हुआ है. तलाशी के दौरान बड़ी संख्या में पासपोर्ट लाखों रुपए खर्च कर रसीद प्राप्त हुआ है. अभियंता अरविंद कुमार का स्थाई मकान बिहार शरीफ के मंसूरगंज में है. उम्मीद जताई जा रही है कि निर्माण कार्य से जुड़े टेंडर के में बड़े पैमाने पर अवैध कमाई कर उन्होंने संपत्ति बनाई है. उन्होंने अपने पत्नी और पुत्र के नाम से फुलवारी के कोरिया चक में 60,00000 में एक आवासीय प्लॉट खरीदा है. वहीं पत्नी कंचन सिन्हा के नाम पर पटना सिटी के कुमरार में भी मकान है.
इंजीनियर पर प्राथमिकी दर्ज: विशेष निगरानी विभाग के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार जांच के दौरान अरविंद कुमार के पास से आय से एक करोड़ 51 लाख 30,500 अधिक संपत्ति पाई गई है. इसी को आधार बनाकर उनके ऊपर एफआईआर दर्ज करते हुए उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है. दानापुर के रुकनपुरा स्थित रामगढ़ कोठिया के पीछे उनका चार मंजिला मकान है जो पत्नी और बेटों के नाम पर खरीदी गई है. इस मकान के निर्माण में करोड़ो रुपय खर्च किया गया है.
ये भी पढ़ेंः बिहार में बढ़े घूस लेने के मामले, रिश्वतखोरी में टॉप पर क्लर्क: निगरानी विभाग