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महिला उद्यमियों के लिए प्रेरणा हैं बिहार की ये महिला, कई महिलाओं को बना रहीं स्वावलंबी - Madhubani Painting

बिहार की जानी-मानी उद्यमी उषा झा कई महिलाओं को स्वावलंबी बना रही हैं.20 से 25 वर्ष पूर्व उन्होंने मधुबनी पेंटिंग से जुड़ा अपना काम शुरू किया था और देश-विदेश में अपना व्यापार चला रही हैं.

उषा झा
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Published : Mar 6, 2019, 12:40 PM IST

Updated : Mar 6, 2019, 1:15 PM IST

पटना: बिहार महिला उद्योग संघ की अध्यक्षा उषा झा, बिहार की जानी-मानी उद्यमी है. अपनी लगन और मेहनत से कुछ करने के जज्बे के साथ उन्होंने अपने काम की शुरुआत की. आज वे कई महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की ओर अग्रसर हैं

मधुबनी पेंटिंग से शुरू किया काम
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान उषा झा ने बताया कि 20 से 25 वर्ष पूर्व उन्होंने मधुबनी पेंटिंग से जुड़ा अपना काम शुरू किया और एक कोऑपरेटिव भी बनाया था. उसी दौरान उन्होंने महिला उद्योग संघ से जुड़कर मजबूती से काम करना शुरु कर दिया.

बेहतर काम के लिए प्रेरित करते है अवार्ड
अपनी मेहनत के दम पर आज उषा झा के प्रोडक्ट्स भारत के अलावा विदेशों में भी खूब बिकते हैं. सरकार का भी पूरा सहयोग मिलता है. उन्हें कई अवार्ड भी मिल चुके हैं. वे कहती हैं कि अवार्ड का मतलब यह है कि उनके काम को सराहा जा रहा है और इससे आगे और भी बेहतर काम करने के लिए उन्हे प्रेरणा मिलती है.

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संवाददाता कृष्णनंदन ने की उषा झा से बातचीत

बिहार में महिला उद्यमियों की स्थिति बेहतर
मौजूदा हालातों में बिहार में महिला उद्यमिता पर खुद महिला उद्योग संघ की अध्यक्षा काफी आशान्वित हैं. वे कहती हैं कि अब यहां भी लोगों में उद्यमिता की प्रवृत्ति बढ़ी और सरकार भी छोटे उद्योगों को बढ़ावा दे रही है. महिला उद्यमियों की अभी स्थिति अच्छी है और आगे इससे बेहतर होगी.

अपनी नीतियों को सही तरीके से लागू करे सरकार
उषा झा ने कहा कि महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करें और अपनी नीतियों को सही तरीके से लागू करें. महिलाओं को इंटरप्रेन्योर बनने के पहले उन्हें दृढ़ प्रतिज्ञ बनना पड़ेगा. महिलाएं घरेलू कामकाज के बाद खाली समय में आर्ट एंड क्राफ्ट के जरिए भी लघु उद्योग की शुरुआत कर सकती हैं और उसमें अपना मुकाम हासिल कर सकती हैं.

पटना: बिहार महिला उद्योग संघ की अध्यक्षा उषा झा, बिहार की जानी-मानी उद्यमी है. अपनी लगन और मेहनत से कुछ करने के जज्बे के साथ उन्होंने अपने काम की शुरुआत की. आज वे कई महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की ओर अग्रसर हैं

मधुबनी पेंटिंग से शुरू किया काम
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान उषा झा ने बताया कि 20 से 25 वर्ष पूर्व उन्होंने मधुबनी पेंटिंग से जुड़ा अपना काम शुरू किया और एक कोऑपरेटिव भी बनाया था. उसी दौरान उन्होंने महिला उद्योग संघ से जुड़कर मजबूती से काम करना शुरु कर दिया.

बेहतर काम के लिए प्रेरित करते है अवार्ड
अपनी मेहनत के दम पर आज उषा झा के प्रोडक्ट्स भारत के अलावा विदेशों में भी खूब बिकते हैं. सरकार का भी पूरा सहयोग मिलता है. उन्हें कई अवार्ड भी मिल चुके हैं. वे कहती हैं कि अवार्ड का मतलब यह है कि उनके काम को सराहा जा रहा है और इससे आगे और भी बेहतर काम करने के लिए उन्हे प्रेरणा मिलती है.

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संवाददाता कृष्णनंदन ने की उषा झा से बातचीत

बिहार में महिला उद्यमियों की स्थिति बेहतर
मौजूदा हालातों में बिहार में महिला उद्यमिता पर खुद महिला उद्योग संघ की अध्यक्षा काफी आशान्वित हैं. वे कहती हैं कि अब यहां भी लोगों में उद्यमिता की प्रवृत्ति बढ़ी और सरकार भी छोटे उद्योगों को बढ़ावा दे रही है. महिला उद्यमियों की अभी स्थिति अच्छी है और आगे इससे बेहतर होगी.

अपनी नीतियों को सही तरीके से लागू करे सरकार
उषा झा ने कहा कि महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करें और अपनी नीतियों को सही तरीके से लागू करें. महिलाओं को इंटरप्रेन्योर बनने के पहले उन्हें दृढ़ प्रतिज्ञ बनना पड़ेगा. महिलाएं घरेलू कामकाज के बाद खाली समय में आर्ट एंड क्राफ्ट के जरिए भी लघु उद्योग की शुरुआत कर सकती हैं और उसमें अपना मुकाम हासिल कर सकती हैं.

Intro: महिला दिवस को लेकर बिहार महिला उद्योग संघ की अध्यक्ष उषा झा से स्पेशल वन टू वन


Body:उषा झा बिहार की जानी-मानी उद्यमी है. उषा जी महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए लगातार काम करती रहती हैं. ईटीवी से खास बातचीत के दौरान उषा झा ने बताया कि 20 से 25 वर्ष पूर्व कुछ करने के इरादे से उन्होंने मधुबनी पेंटिंग से जुड़ा अपना काम शुरू किया था और एक कोऑपरेटिव भी बनाया था. उसी समय उन्हें महिला उद्योग संघ के बारे में जानकारी मिली तब उन्होंने इसके बारे में जाना तो पता लगा कि यह बहुत बड़ा संगठन है. उसके बाद से उन्होंने सोचा कि एक ही बिहार महिला उद्योग संघ से जुड़कर मजबूती से काम करें और अपनी ड्रीम को भी इसी के साथ पूरा करें. उषा जी के यहां मिथिला पेंटिंग से बने लेडीस और जेंट्स दोनों के सामान मिलते हैं.
उषा जी ने बताया कि उनके प्रोडक्ट्स भारत के अलावा विदेशों में भी खूब बिकते हैं. सरकार का भी पूरा सहयोग मिला है जिस कारण वह विदेशों तक अपने प्रोडक्ट को पहुंचा पाई हैं. उषा जी को कई मंचों से कई अवार्ड भी मिल चुके हैं जिस पर उन्होंने बताया कि लोगों ने उनके काम को एक्नॉलेज किया और परिवार से भी उन्हें भरपूर सहयोग मिला इसी का नतीजा रहा कि उन्होंने अपने सम्मान हासिल किए. उन्होंने कहा कि आवाज उन्हें प्रोत्साहित करते हैं कि आगे वह और बेहतर करें.
महिला उद्योगों की हालत पर उषा झा ने कहा कि बिहार में पहले उद्यमिता नहीं था. धीरे-धीरे लोगों में उद्यमिता की प्रवृत्ति बढ़ी और सरकार ने भी छोटे छोटे उद्योगों को बढ़ावा दे रही है. उद्योगों को बढ़ाने में सरकार का बहुत बड़ा योगदान है क्योंकि एमएसएमई सेक्टर में कई सारी योजनाएं चल रही है जो की उद्यमिता को बढ़ावा देती हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में महिला उद्यमियों की अभी स्थिति अच्छी है और आगे की स्थिति और भी अच्छी होगी.
उषा झा ने कहा कि महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए सरकार को चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करें और उसकी जो भी नीतियां है उसे सही तरीके से लागू करें. महिलाओं को इंटरप्रेन्योर बनने के लिए उषा झा ने कहा कि पहले उन्हें दृढ़ प्रतिज्ञ बनना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यह समझना होगा कि बड़े उद्योग ही उद्योग हैं ऐसा नहीं है महिलाएं घरेलू कामकाज के बाद खाली समय में आर्ट एंड क्राफ्ट के जरिए भी लघु उद्योग की शुरुआत कर सकते हैं और उसमें अपना मुकाम हासिल कर सकते हैं.



Conclusion:बिहार महिला उद्योग संघ की अध्यक्ष उषा झा ने ईटीवी से खास बातचीत में कहा कि महिलाओं को इंटरप्रेन्योर बनने के लिए यह नहीं सोचना चाहिए कि बड़ी उद्योग ही उद्योग हैं कई सारे छोटे उद्योग भी हैं जिनके जरिए वह अपना व्यवसाय कर सकते हैं. महिलाएं खाली समय में आर्ट एंड क्राफ्ट के जरिए भी लघु उद्योग की शुरुआत कर सकती हैं.
Last Updated : Mar 6, 2019, 1:15 PM IST
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