पटनाः बिहार की राजधानी पटना (Patna) में केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Union Minister Ravi Shankar Prasad) ने आज गायत्री तीर्थ, शांतिकुंज हरिद्वार (Gayatri Tirth Shantikunj Haridwar) की स्वर्ण जयंती पर डाक टिकट जारी किया. यह डाक टिकट उन्होंने वर्चुअल माध्यम से जारी किया.
वहीं, गायत्री तीर्थ में इस डाक टिकट (Postage Stamp) का विमोचन उतराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Chief Minister Tirath Singh Rawat) ने किया. सरकार की ओर से यह डाक टिकट युगांतकारी परिवर्तन की गायत्री परिवार की मुहिम को सम्मानित करने के लिए किया गया है.
इसे भी पढ़ेंः हम किसी को बैन करने के पक्ष में नहीं, बशर्ते करना होगा कानून का पालन: आईटी मंत्री
कई गण्मान्य रहे मौजूद
लॉकडाउन की पाबंदियों के मद्देनजर डाक टिकट को वर्चुअली जारी किया गया. इस आयोजन के दौरान केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद, भारतीय डाक विभाग की ओर से अतरिक्त महानिदेशक अशोक कुमार पोद्दार और पूर्वी परिक्षेत्र के डाक महा अध्यक्ष अनिल कुमार मौजूद रहे.
जीवन की गुणवत्ता को सुधारने में भूमिका
21वीं शताब्दी में विज्ञान एवं अध्यात्म का संयोजन हो रहा है और वैज्ञानिक अध्यात्म भविष्य का आधार बनता जा रहा है. आधुनिक विश्व में सनातन धर्म कि मानव जीवन की गुणवत्ता को सुधारने में भूमिका को मान्यता भी मिल रही है.
गायत्री तीर्थ एक ऐसा केंद्र है जो कि लोगों को दिव्य आध्यात्मिक सिद्धांतों पर आधारित प्रशिक्षण प्रदान करता है. लगभग 24 लाख गायत्री मंत्र समर्पित आध्यात्मिक साधकों के द्वारा प्रतिदिन गाए जाते हैं.
गायत्री परिवार भविष्य में आने वाले समाज का एक मॉडल है, जो की मानव एकता और समानता एवं सनातन धर्म के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित किया जा रहा है. इसका मुख्य लक्ष्य एवं नारा “हम बदलेंगे युग बदलेगा, हम सुधरेंगे युग सुधरेगा” है.
क्या हैं गायत्री परिवार
गायत्री परिवार जीवन जीने की कला की संस्कृति के आदर्श सिद्धांतों के आधार पर परिवार, समाज, राष्ट्र युग निर्माण करने वाले व्यक्तियों का संघ है. शांति कुंज, हरिद्वार में गंगा तट पर स्थित एक स्थान है जहां अखिल भारतीय गायत्री परिवार का मुख्यालय है. शांतिकुंज के संस्थापक पंडित श्री राम शर्मा आचार्य जी हैं. युगतीर्थ कहा जाने वाला यह आश्रम व्यक्ति-निर्माण, परिवार-निर्माण एवं समाज-निर्माण के अनेक प्रभावशाली गतिविधियों को नियमित रूप से चलाता है.