पटना: कोरोना की तीसरी लहर लगातार कहर बरपा रही है. शुरुआती संक्रमण वाले दिनों में इसे माइल्ड और हल्का बताया जा रहा था, लेकिन अब तीसरी लहर भी लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है. बिहार में ओमीक्रोन (Omicron in Bihar) की दहशत के बीच पहली बार नए साल में 1 दिन में पटना में कोरोना से तीन लोगों की मौत (Three People died of Corona in Patna) हुई है. पटना एम्स कोरोना नोडल ऑफिसर डॉक्टर संजीव कुमार ने बताया कि फुलवारी शरीफ निवासी 56 वर्षीय मनोज कुमार सिंह कोरोना से संक्रमित थे, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
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इसके अलावा एक व्यक्ति को कोरोना से स्वस्थ्य हो जाने पर अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है. जबकि 4 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों को इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है. एम्स आइसोलेशन वार्ड में कुल 41 मरीजों का इलाज चल रहा है. वहीं, मृतकों में पीएमसीएच की रिटायर्ड डॉक्टर भी शामिल है. पटना पीएमसीएच की रिटायर्ड डॉक्टर प्रमिला गुप्ता की कोरोना से मौत की पुष्टि बिहार आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार ने की और उन्होंने बताया कि उन्हें 2 दिनों से बुखार था, वो कोरोना पॉजिटिव थी और इसी दौरान अचानक उनकी मौत हो गई. इसके अलावा पीएमसीएच में 66 वर्षीय एक मरीज की मौत हो गई.
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बीते 24 घंटे में 435 लोगों ने प्रदेश में कोरोना को मात दी है लेकिन बावजूद इसके एक्टिव मामलों की संख्या 16897 है. प्रदेश में चिकित्सक काफी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं, एनएमसीएच के 350 से अधिक चिकित्सक एक तरफ संक्रमित हैं वहीं दूसरी तरफ पीएमसीएच के भी 40 से अधिक चिकित्सक संक्रमण की चपेट में है और रविवार को पीएमसीएच में 7 चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. नए साल में चिकित्सकों के संक्रमित होने की बात करें तो राजधानी पटना में ही संक्रमित होने वाले चिकित्सकों की संख्या 500 से अधिक हो गई है.
बिहार में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में ओमीक्रोन काफी तेज गति से फैल रहा है. संक्रमण के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में रविवार को 5022 नए मामले सामने आए हैं और इससे पहले 21 मई 2021 को 5154 नए मामले सामने आए थे. पटना की बात करें तो बीते 24 घंटे में पटना में सबसे अधिक 2018 नए मामले सामने आए हैं. वहीं, संक्रमण दर 3% से बढ़कर 21.94% तक पहुंच गई है.
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बिहार में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 16,897 है, जिसमें 315 मरीज प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में एडमिट है. वहीं, 16552 मरीज होम आइसोलेशन में है, 117 मरीज डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल में हैं. वहीं, 52 मरीज डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर में और 76 मरीज कोविड केयर सेंटर में भर्ती हैं. इसके अलावा 70 मरीज निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं.
पटना में कोरोना संक्रमण बहुत तेज गति से फैल रहा है. मुख्यमंत्री सचिवालय, राजभवन सचिवालय, बीजेपी दफ्तर, जेडीयू दफ्तर और आरजेडी दफ्तर सभी जगह काफी संख्या में लोग पॉजिटिव हैं और तमाम कार्यालय बंद हो चुके हैं. शनिवार को जिस प्रकार से पटना के आरएमआरआई संस्था में संक्रमण का विस्फोट हुआ है, उसके बाद आरएमआरआई में कोरोना का आरटी पीसीआर जांच बंद हो गई है. पटना के विभिन्न यूपीएचसी और सरकारी अस्पतालों के कलेक्ट किए सैंपल जांच के लिए बिहटा स्थित नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भेजे जा रहे हैं.
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