पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ( Lalu Yadav ) के बड़े बेटे तेज प्रताप ( Tej Pratap Yadav ) के बयना पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) ने प्रतिक्रिया दी है. तेजस्वी ने कहा कि जो आरोप लग रहा है, वह बात लालू यादव के व्यक्तित्व से मैच नहीं करता.
दिल्ली से पटना पहुंचे तेजस्वी यादव ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि लालू यादव बिहार के लंबे अरसे तक मुख्यमंत्री रहे, केंद्र में मंत्री रहे. देश के दो प्रधानमंत्रियों को कुर्सी पर बैठाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही. यही नहीं, उन्होंने पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करवाने का काम किया. ऐसे में अगर कोई इस तरह के आरोप लगा रहा है तो यह बात लालू यादव के व्यक्तित्व से मेल नहीं खाती.
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तेजस्वी यादव से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या तेजप्रताप यादव पार्टी और परिवार से नाराज चल रहे हैं. वह अपनी पीड़ा का बयां कर रहे हैं? इस सवाल पर तेजस्वी ने कोई प्रतिक्रिया तो नहीं दी. वे इतना ही कहते रहे की जो बातें कही जा रही है, वह लालू प्रसाद यादव के व्यक्तित्व से कतई मेल नहीं खाती.
बता दें कि शनिवार को तेज प्रताप यादव ने अपने छात्र संगठन की बैठक को संबोधित करते हुए खुले मंच से तेजस्वी और उनके करीबियों पर हमला बोला था. तेज प्रताप ने कहा था 'पिताजी हमारे अस्वस्थ चल रहे हैं. हम कोई प्रेशर नहीं देना चाहते हैं. बीमारी से जूझ रहे हैं. कुछ लोग राष्ट्रीय जनता दल में राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं. 4-5 लोग हैं, सब जानता है, नाम लेने का कोई मतलब नहीं है.'
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इन आरोपों के बाद बिहार की सियासत में भूचाल आ गया था. आरजेडी और लालू परिवार को समझ में नहीं आ रहा था कि वह इस मामले पर कैसे प्रतिक्रिया दें. लेकिन अब तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया है कि दरअसल लालू प्रसाद यादव को कोई बंधक बनाकर नहीं रख सकता.
तेजप्रताप यादव ने आगे कहा, 'पिताजी को जेल से आए हुए महीना भर हो गया, साल भर हो गया है. हमारे पिताजी को वहीं रोककर रखा हुआ है. हमने उनसे बात की और कहा कि हमारे साथ पटना चलिए. हमसब साथ में रहेंगे. आप आइये और सबकुछ देखिये. संगठन को भी देखिये.'
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आरजेडी नेता ने कहा, 'वो (लालू) जब रहते थे तो दरबार खुला रहता था. हमेशा दरवाजा खोलकर रखा जाता था. आउटहाउस में वो बैठक करते थे और महान जनता से सामने मिलने-जुलने का काम करते थे. ये 4-5 लोगों ने क्या किया? जनता से मिलने के लिए रस्सा बंधवाया ताकि जनता दूर रहे. हमारे पिता को आने नहीं दिया जा रहा है, बंधक बनाकर रखे हुए है दिल्ली में.'
गौरतलब है कि 74 साल के लालू यादव फिलहाल नई दिल्ली में अपनी बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती के पंडारा पार्क स्थित सरकारी आवास में रहते हैं. साथ में उनकी पत्नी राबड़ी देवी भी मौजूद हैं. आरजेडी प्रमुख 3 साल बाद जमानत पर जेल से रिहा हुए हैं. उन्हें इसी साल 17 अप्रैल को झारखंड हाइकोर्ट की तरफ से जमानत दी गई थी, लेकिन कोरोना के बढ़ते सक्रंमण की वजह से वे 12 दिन की देरी से रिहा हो पाए थे.