पटना: केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) 23 सितंबर और 24 सितंबर को पूर्णिया और किशनगंज में जनसभा करने वाले हैं. इसको लेकर सूबे में बयानबाजी तेज हो गई है. राजनीतिक उठापटक के बीच उनका यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) के दौरै के जवाब में महागठबंधन ने भी रैली करने का फैसला किया है. जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह (JDU President Lalan Singh) ने इसकी जानकारी दी है. वहीं तेजस्वी यादव ने भी अमित शाह के दौरे काे दाे डर का परिणाम बताया है (Tejashwi reaction on Amit Shah visit).
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पहला, तेजस्वी ने कहा कि बिहार में जो बदलाव हुआ है, वह पूरे देश में हाेने जा रहा है. इससे भाजपा डरी हुई है. उन्हें पता है कि 2024 में सत्ता जाने वाली है. तेजस्वी के अनुसार भाजपा का दूसरा डर है कि बिहार में नीतीश के नेतृत्व में नौकरी मिलने वाली है. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आठ से नौ साल हाे गये बीजेपी काे सत्ता में. हर साल दाे करोड़ नौकरी देने का वाद किया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया. उन्हाेंने कहा कि बिहार में जल्द ही नौकरी मिलने वाली है, इसके बाद पूरे देश में नौकरी की मांग उठने वाली है. भाजपा नौकरी दे ही नहीं सकती. तेजस्वी ने भाजपा पर बिहार के दाे साल बर्बाद करने के भी आराेप लगाये.
"भाजपा 2024 को लेकर डरी हुई है. बिहार में नीतीश के नेतृत्व में नौकरी मिलने वाली है. आठ-नौ साल हाे गये बीजेपी काे सत्ता में. हर साल दाे करोड़ नौकरी देने का वाद किया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया"-तेजस्वी यादव, उप मुख्यमंत्री
जगदानंद सिंह ने भी अमित शाह को दी थी हिदायतः जगदानंद सिंह ने अमित शाह के दौरे (Amit Shah visit to Seemanchal)के सवाल पर कहा था कि आज की तारीख में देश की बागडोर उनके हाथों में है. उनके हाथ में गृह मंत्रालय हैं, बॉर्डर का इलाका है. अगर वह देश की सुरक्षा के लिए आ रहे हैं तो हर बिहारी उनका स्वागत करेगा. लेकिन अगर वह देश को खंडित करने के लिए इन इलाकों में जा रहे हैं तो हम उसे पसंद नहीं करेंगे.
उड़ती चिड़िया के पंख पर हल्दी लगा देते हैं बिहारीः केंद्रीय गृह मंत्री के सीमांचल दौरे काे लेकर आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने बयान दिया था. उन्हाेंने कहा था कि अमित शाह अभी तक बिहारियों को ठीक से पहचाने नहीं हैं. बिहारी ऐसा होता है कि उड़ती चिड़िया के पंख में हल्दी लगा देता है. इसलिए अगर इस भावना से वह आते हैं कि सीमांचल में आकर के सामाजिक विद्वेष फैलाये तो उसमें वह सफल नहीं होंगे. वैसे बिहार में नई सरकार बनी है और उसके बाद अगर गृह मंत्री अमित शाह का दौरा हो रहा है तो कहीं ना कहीं इसमें कोई खास बात जरूर होगी. वैसे भी भारतीय जनता पार्टी जब बिहार के सरकार से बाहर हुई है तरह-तरह की बातें उनके नेता कर रहे हैं. तरह तरह का बयान बाजी कर रहे हैं. भाजपाई की जो असली सोच है वह बिहार में सामने देखने को मिल रही है. वैसे बिहार की जनता को इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. क्योंकि बिहार की जनता जानती है कि किस तरह से उन्हें सामाजिक सामंजस्य बनाकर रहना है.
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ललन सिंह बाेले-करारा जवाब मिलेगाः केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) 23 सितंबर और 24 सितंबर को पूर्णिया और किशनगंज में जनसभा करने वाले हैं. इसके जवाब में महागठबंधन ने भी रैली करने का फैसला कर लिया है. इसकी जानकारी जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह (JDU President Lalan Singh) ने दी. एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार में रैली का आयोजन होगा. यह रैली साम्प्रदायिक सौहार्द और आपसी एकता बढ़ाने के लिए होगी. मतलब साफ है कि रैली का जवाब रैली से दिया जाएगा.
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