पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ललन सिंह जमकर निशाना (Sushil Modi Target Lalan Singh) साधा है. उन्होंने कहा कि जदयू अध्यक्ष ललन सिंह और राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने ही कभी अदालत और सीबीआई को वे दस्तावेज उपलब्ध कराये थे, जिससे चारा घोटाला के सभी पांच मामलों में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद को सजा हुई. आज ये दोनों अगर सीबीआई को कोस रहे हैं और लालू प्रसाद के कसीदे पढ़ रहे हैं, तो लोकलाज छोड़ कर कौन बदल गया?. इतना ही उन्होंने ये भी कहा कि ललन सिंह घोषणा करें कि उनके कागजात फर्जी थे, और लालू निर्दोष थे.
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'अगर हिम्मत हो तो ललन सिंह घोषणा करें कि लालू प्रसाद निर्दोष हैं और उनके विरुद्ध दिये गए सारे कागजात फर्जी हैं. जो खुद तीन माह में बदल गए, उन्हें दूसरों पर तंज कसने का क्या हक है?. जिस आईआरसीटीसी घोटाले में तेजस्वी प्रसाद यादव पर चार्जशीट दाखिल है, उसके कागजात भी जांच एजेंसियों को ललन सिंह ने उपलब्ध कराये. नौकरी के बदले जमीन लिखवाने के मामले में भी ललन सिंह ने जांच एजेंसियों का सहयोग किया. लेकिन अब उन्हें सीबीआई बुरी लग रही है.' - सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद
रेलवे भर्ती घोटाला: गौरतलब है कि रेलवे भर्ती घोटाले में लालू यादव पर केस चल रहा है. आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते जॉब लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे. भोला यादव 2004 से 2009 तक लालू यादव के ओएसडी रहे थे. तभी लालू यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे. उसी दौरान रेलवे में भर्ती घोटाला हुआ था. सीबीआई ने इसी मामले में जांच के बाद पिछले दिनों लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा यादव, हेमा यादव और कुछ ऐसे उम्मीदवारों पर केस दर्ज किया है, जिन्हें प्लॉट या प्रॉपर्टी के बदले जॉब दी गई.