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सुशील मोदी का नीतीश पर तंज, कहा- 'कार्तिकेय कुमार को बर्खास्त करने ही हिम्मत नहीं जुटा सके आप'

कार्तिकेय कुमार को भले ही विधि मंत्री से हटाकर गन्ना उद्योग मंत्री बना दिया गया हो लेकिन बीजेपी का हमला जारी है. राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि आपको इतना कमजोर कभी नहीं देखा. एक आपराधिक मामलों के आरोपी मंत्री को बर्खास्त नहीं कर पाए.

बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी
बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी
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Published : Aug 31, 2022, 6:57 PM IST

पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार पर एक बार फिर निशाना साधा (Sushil Modi Target CM Nitish Kumar) है. उन्होंने कहा कि सीएम में इतनी हिम्मत नहीं थी कि वह अपहरण मामले में फरार कार्तिकेय कुमार को बर्खास्त कर पाते? केवल विभाग बदल दिया. आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की अनुमति के बिना महागठबंधन सरकार में पत्ता भी नहीं हिल सकता. उन्होंने आगे कहा कि अपहरण से जुड़े एक मामले में बिहार सरकार के जिस कानून मंत्री पर वारंट था और जो बिहार सरकार के विधि मंत्री थे, उनका विभाग बदल दिया गया. नीतीश जी आप इतने कमजोर हो गए, आप इतने दबाव में लालू यादव के हैं कि उनको बर्खास्त नहीं कर पाए. मुश्किल से उसका विभाग बदल दिया.

ये भी पढ़ें- विवादों में घिरे कानून मंत्री कार्तिक सिंह ने की लालू से मुलाकात, कहा.. मेरे ऊपर कोई मामला नहीं

'नीतीश जी आपको इतना कमजरो होते हुए मैंने नहीं देखा था. हमलोगों की सरकार में जिनके ऊपर गंभीर आपराधिक मामवे थे उनको छुट्टी कर दिया गया था, और जब तक वो लोग दोष मुक्त होकर नहीं आए तबतक उन लोगों को मंत्रीमंडल में शामिल नहीं किया था. लेकिन अब नीतीश सराकर लालू यादव के दबाव में है. लालू जी जो फैसला करेंगे उसको पालन करना पड़ेगा. जैसे पर्ची कटती है, वैसे ही लालू के दरबेर से पर्ची नहीं कटेगी, तबतक कोई फैसला नहीं हो सकता. मुझे बहुत दुख है कि उस मंत्री को बर्खास्त करने के बजाए, उसका विभाग बदल दिया गया. वो जबतक विधि मंत्री था, जो हेरफेर करना था उसको जो मैनेज करना था, कर लिया होगा.' - सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद

सुशील मोदी ने सीएम नीतीश पर साधा निशाना : सुशील मोदी ने मंत्री कार्तिकेय कुमार के बहाने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर हमला बोलते हुए कहा कि एक मंत्री, एक विधायक, जिस पर वारंट था, जिस पर गिरफ्तारी का वारंट था, उसको मैनेज कर के शपथ ले लेता है. और आप उसको मंत्री बनाए रखते हैं, उसको बर्खास्त नहीं कर पाते हैं. उसका विभाग बदल दिता जाता है. नीतीश जी मुझे आप पर तरस आती है, आप पर दया आती है. गौरतलब है कि विपक्ष के लगातार विरोध के बाद आखिरकार कानून मंत्री कार्तिकेय कुमार को कानून मंत्री पद से हटा दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी कोटे के मंत्री कार्तिकेय कुमार सिंह को लेकर बड़ा फैसला लिया, मुख्यमंत्री ने कार्तिकेय सिंह से विधि विभाग छीन लिया. विधि विभाग के स्थान पर अब कार्तिकेय सिंह को गन्ना उद्योग विभाग की जिम्मेदारी दी गई है.

कार्तिकेय सिंह का बदला विभाग : गौरतलब है कि बिहार में महगठबंधन की सरकार (Mahagathbandhan Government In Bihar) बनने के बाद ही कानून मंत्री कार्तिकेय कुमार विवादों में घिर गए थे. विपक्ष लगातार हमला कर रहा था. इसी बीच नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लिया, कार्तिकेय कुमार कानून मंत्री (Minister kartikeya Kumar) पद से हटा दिया है. कार्तिकेय कुमार को अब गन्ना उद्योग विभाग दिया गया है. वहीं शमीम अहमद को विधि मंत्री बनाया गया है. बताते चलें कि कार्तिकेय सिंह को लेकर विपक्ष की ओर से नीतीश कुमार पर जीरो टॉलरेंस को लेकर सवाल उठाया जाने लगा था. वहीं सहयोगी वामपंथी दलों ने विधि विभाग वापस लेने की मांग की थी, दबाव के बाद आखिरकार मुख्यमंत्री ने मंत्री पद से कार्तिकेय सिंह को हटाया तो नहीं है लेकिन विधि विभाग वापस ले लिया है. उसके स्थान पर उन्हें गन्ना उद्योग विभाग की जिम्मेदारी दी है. वहीं तेजस्वी यादव ने पहले ही कह दिया था कि कार्तिकेय सिंह को मंत्री पद से नहीं हटाया जाएगा. 1 महीने के अंदर हुए इस फेरबदल को लेकर विपक्ष को हमला करने का नीतीश सरकार ने फिर से मौका दे दिया है.

पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार पर एक बार फिर निशाना साधा (Sushil Modi Target CM Nitish Kumar) है. उन्होंने कहा कि सीएम में इतनी हिम्मत नहीं थी कि वह अपहरण मामले में फरार कार्तिकेय कुमार को बर्खास्त कर पाते? केवल विभाग बदल दिया. आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की अनुमति के बिना महागठबंधन सरकार में पत्ता भी नहीं हिल सकता. उन्होंने आगे कहा कि अपहरण से जुड़े एक मामले में बिहार सरकार के जिस कानून मंत्री पर वारंट था और जो बिहार सरकार के विधि मंत्री थे, उनका विभाग बदल दिया गया. नीतीश जी आप इतने कमजोर हो गए, आप इतने दबाव में लालू यादव के हैं कि उनको बर्खास्त नहीं कर पाए. मुश्किल से उसका विभाग बदल दिया.

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'नीतीश जी आपको इतना कमजरो होते हुए मैंने नहीं देखा था. हमलोगों की सरकार में जिनके ऊपर गंभीर आपराधिक मामवे थे उनको छुट्टी कर दिया गया था, और जब तक वो लोग दोष मुक्त होकर नहीं आए तबतक उन लोगों को मंत्रीमंडल में शामिल नहीं किया था. लेकिन अब नीतीश सराकर लालू यादव के दबाव में है. लालू जी जो फैसला करेंगे उसको पालन करना पड़ेगा. जैसे पर्ची कटती है, वैसे ही लालू के दरबेर से पर्ची नहीं कटेगी, तबतक कोई फैसला नहीं हो सकता. मुझे बहुत दुख है कि उस मंत्री को बर्खास्त करने के बजाए, उसका विभाग बदल दिया गया. वो जबतक विधि मंत्री था, जो हेरफेर करना था उसको जो मैनेज करना था, कर लिया होगा.' - सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद

सुशील मोदी ने सीएम नीतीश पर साधा निशाना : सुशील मोदी ने मंत्री कार्तिकेय कुमार के बहाने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर हमला बोलते हुए कहा कि एक मंत्री, एक विधायक, जिस पर वारंट था, जिस पर गिरफ्तारी का वारंट था, उसको मैनेज कर के शपथ ले लेता है. और आप उसको मंत्री बनाए रखते हैं, उसको बर्खास्त नहीं कर पाते हैं. उसका विभाग बदल दिता जाता है. नीतीश जी मुझे आप पर तरस आती है, आप पर दया आती है. गौरतलब है कि विपक्ष के लगातार विरोध के बाद आखिरकार कानून मंत्री कार्तिकेय कुमार को कानून मंत्री पद से हटा दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी कोटे के मंत्री कार्तिकेय कुमार सिंह को लेकर बड़ा फैसला लिया, मुख्यमंत्री ने कार्तिकेय सिंह से विधि विभाग छीन लिया. विधि विभाग के स्थान पर अब कार्तिकेय सिंह को गन्ना उद्योग विभाग की जिम्मेदारी दी गई है.

कार्तिकेय सिंह का बदला विभाग : गौरतलब है कि बिहार में महगठबंधन की सरकार (Mahagathbandhan Government In Bihar) बनने के बाद ही कानून मंत्री कार्तिकेय कुमार विवादों में घिर गए थे. विपक्ष लगातार हमला कर रहा था. इसी बीच नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लिया, कार्तिकेय कुमार कानून मंत्री (Minister kartikeya Kumar) पद से हटा दिया है. कार्तिकेय कुमार को अब गन्ना उद्योग विभाग दिया गया है. वहीं शमीम अहमद को विधि मंत्री बनाया गया है. बताते चलें कि कार्तिकेय सिंह को लेकर विपक्ष की ओर से नीतीश कुमार पर जीरो टॉलरेंस को लेकर सवाल उठाया जाने लगा था. वहीं सहयोगी वामपंथी दलों ने विधि विभाग वापस लेने की मांग की थी, दबाव के बाद आखिरकार मुख्यमंत्री ने मंत्री पद से कार्तिकेय सिंह को हटाया तो नहीं है लेकिन विधि विभाग वापस ले लिया है. उसके स्थान पर उन्हें गन्ना उद्योग विभाग की जिम्मेदारी दी है. वहीं तेजस्वी यादव ने पहले ही कह दिया था कि कार्तिकेय सिंह को मंत्री पद से नहीं हटाया जाएगा. 1 महीने के अंदर हुए इस फेरबदल को लेकर विपक्ष को हमला करने का नीतीश सरकार ने फिर से मौका दे दिया है.

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