पटना: नरेंद्र मोदी कैबिनेट में फेरबदल (PM Modi Cabinet reshuffle) के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ( BJP Rajya Sabha MP Sushil Kumar Modi ) समेत उन सभी नेताओं पर तंज कसा जो मंत्री बनते-बनते रह गए या फिर जिनकी कुर्सी चली गई.
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रोहिणी आचार्य ने बुधवर को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक कई ट्वीट किए. सुशील कुमार मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने लिखा- 'श्री लालू चालीसा का जपासन काम न आया. कान कटनी बहन के भाई को मंत्री बनने का सपना अधूरा ही रह गया!!'
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श्री लालू चालीसा का जपासन काम न आया..
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) July 7, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
कान कटनी बहन के भाई को..
मंत्री बनने का सपना अधूरा ही रह गया!!
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कान कटनी बहन के भाई को..
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कान कटनी बहन के भाई को..
मंत्री बनने का सपना अधूरा ही रह गया!!
दरअसल कैबिनेट विस्तार से पहले जिन नेताओं के मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चा थी, उनमें सुशील कुमार मोदी भी थे. हालांकि बाद में स्पष्ट हुआ कि उन्हें केंद्र में नहीं लाया जाएगा.
इसके बाद रोहिणी के निशाने पर थे रविशंकर प्रसाद. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- 'ट्वीटर पे कारवाई अब कौन करेगा. मंत्रीमंडल से जिनका पता साफ हो गया..!!' उन्होंने आगे लिखा- 'ट्वीटर पे लगाम जो लगाने चले थे. जनता की आवाज को दबाने चले थे. बड़े बेआबरू होकर. मंत्री मण्डल से वो निकाले गएं..!!'
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ट्वीटर पे लगाम जो लगाने चले थे..
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जनता की आवाज को दबाने चले थे..
बड़े बेआबरू होकर..
मंत्री मण्डल से वो निकाले गएं..!!
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जनता की आवाज को दबाने चले थे..
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मंत्री मण्डल से वो निकाले गएं..!!ट्वीटर पे लगाम जो लगाने चले थे..
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जनता की आवाज को दबाने चले थे..
बड़े बेआबरू होकर..
मंत्री मण्डल से वो निकाले गएं..!!
यहां आपको बता दें कि कैबिनेट विस्तार से तुरंत पहले रविशंकर प्रसाद (Ravishankar Prasad Resign) को भी इस्तीफा देना पड़ा है. कानून मंत्री के अलावे रविशंकर प्रसाद के पास संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग भी था. हाल ही में नए आईटी नियमों को लेकर ट्विटर के साथ रविशंकर प्रसाद की तल्खी देखनों को मिली थी.
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रोहिणी आचार्य ने एक और ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने ललन सिंह पर तंज कसा. उन्होंने लिखा- 'पलटू राम के स्वार्थ में. लूट गया वफा करके वो. सपने सजाए थे मंत्री बनने के जो..!!'
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पलटू राम के स्वार्थ में..
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लूट गया वफा करके वो..
सपने सजाए थे मंत्री बनने के जो..!!
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लूट गया वफा करके वो..
सपने सजाए थे मंत्री बनने के जो..!!पलटू राम के स्वार्थ में..
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सपने सजाए थे मंत्री बनने के जो..!!
केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में जो नाम खूब चर्चा में थी, उनमें जदयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह भी शामिल थे. कहा जाता है कि नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) के करीबी ललन सिंह ने लोजपा (LJP) की टूट में अहम रोल निभाया था. कभी नीतीश कुमार से नाराजगी थी, लेकिन वह आज नीतीश के खास बने हुए हैं. वह नीतीश के प्रमुख सलाहकारों में से हैं.
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आखिर में रोहिणी आचार्य ने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा. उन्होंने लिखा- 'अतिपिछड़े को पलटू राम ने भूला दिया. अपनी ही जाति को केंद्र में मंत्री जो बना दिया..!!'
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अतिपिछड़े को पलटू राम ने भूला दिया..
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अपनी ही जाति को केंद्र में मंत्री जो बना दिया..!! https://t.co/PAT3Q6Hxk4
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अपनी ही जाति को केंद्र में मंत्री जो बना दिया..!! https://t.co/PAT3Q6Hxk4
दरअसल, जेडीयू को उम्मीद थी कि बिहार में जाति समीकरण को संतुलित करने के लिए ओबीसी और ईबीसी समुदाय के नेताओं जैसे संतोष कुमार कुशवाहा और रामनाथ ठाकुर को आगे किया जाएगा. हालांकि, सारी तैयारी तब धड़ी गई जब पीएम ने जेदीयू के केवल एक नेता को मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला किया.
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