पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव करीब साढ़े तीन महीने के बाद पटना पहुंचे हैं. उनके साथ उनकी बेटी मीसा भारती (Lalu Yadav daughter Misa Bharti) भी हैं. लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के अंतिम मामले डोरंडा कोषागार में भी जमानत मिलने के बाद पहली बार पटना पहुंचे हैं. एम्स के डॉक्टरों से पटना आने की इजाजत मिलने के बाद लालू प्रसाद यादव पटना पहुंचे हैं.
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राज्यसभा चुनाव के बीच पटना पहुंचे लालू: दरअसल, बिहार में पांच सीटों पर हो रहे राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections) के बीच लालू यादव दिल्ली से पटना पहुंचे हैं. विधायकों की संख्या जो समीकरण बन रहे हैं उसके मुताबिक बीजेपी से 2, राजद से 2 और जदयू 1 उम्मीदवार को राज्यसभा भेजा जा सकता है. राजद की तरफ से मीसा भारती का नाम राज्यसभा के लिए लगभग तय माना जा रहा है, एक सीट पर पेंच फंसा है. इन नामों में बाबा सिद्दीकी और रुस्तम खान शामिल हैं. हालांकि यह भी माना जा रहा है कि तेजस्वी किसी ऐसे व्यक्ति को राज्यसभा भेजना चाहते हैं, जो बिहार के रहने वाले हों और पार्टी से लंबे समय से जुड़े रहे हों.
राज्यसभा में आरजेडी के 5 सांसद: बता दें कि अभी राज्यसभा में आरजेडी के कोटे से 5 सांसद हैं. जिनमे प्रेमचंद गुप्ता, अमरेंद्र धारी सिंह, मनोज झा, अहमद अशफाक करीमी और मीसा भारती शामिल हैं. मीसा भारती का कार्यकाल जुलाई में पूरा हो रहा है. वहीं, प्रेमचंद गुप्ता और अमरेंद्र धारी सिंह का टर्म अप्रैल 2026 में पूरा हो रहा है, जबकि मनोज झा और अहमद अशफाक का टर्म अप्रैल 2024 में पूरा होगा.
RJD और JDU में बढ़ रहीं नजदीकियां!: बिहार में जातीय जनगणना को लेकर आरजेडी और जदयू की नजदीकियों ने कई चर्चाओं को जन्म दिया है. जातिगत जनगणना को लेकर पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नीतीश कुमार से मिलने एक अणे मार्ग गए थे जहां बंद कमरे में नीतीश और तेजस्वी के बीच लगभग एक घंटे मुलाकात हुई. इसके बाद नई समीकरण पर चर्चाएं शुरू हो गईं. ऐसे में अंदेशा है कि लालू प्रसाद यादव के पटना पहुंचने पर बिहार की बदल रही सियासत को कोई नया एंगल मिल सकता है.
CBI ने की थी कई ठिकानों पर छापेमारी: गौरतलब है कि लालू प्रसाद के पटना, दिल्ली और गोपालगंज समेत 17 परिसरों पर एक साथ छापेमारी की गई है. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर भी सीबीआई की टीम ने छापेमारी की है. राबड़ी देवी आवास में ही हैं. सीबीआई सूत्रों का कहना है कि यह मामला लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कथित रूप से रिश्वत लेने, जमीन और संपत्ति लेने के मामले (Land for Job Scam Case) से जुड़ा है. इसकी जांच के सिलसिले में छापेमारी की गई है.
रेल मंत्री रहते घोटाला करने का आरोप : जानकारी के मुताबिक, यह मामला भर्ती घोटाले से जुड़ा है. आरोप है कि नौकरी लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे. सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू और उनकी बेटी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. खबरों की मानें तो लालू यादव के अलावा, उनके परिवार के सदस्यों को भी नये मामले में आरोपी बनाया गया है. बता दें कि साल 2004 से साल 2009 के बीच लालू रेलमंत्री थे.
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