पटना : सिवान के पूर्व सांसद दिवंगत मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब (Shahabuddin wife Hina Shahab) को राज्यसभा भेजने की मांग अब जोर पकड़ती जा रही है. अब तो बिहार एनडीए के घटक दल ने भी इसकी मांग रख दी है. हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि शहाबुद्दीन के इंतकाल के बाद आरजेडी ने उनके परिवार के लिए कुछ नहीं किया. ऐसे में हिना शहाब को राज्यसभा का उम्मीदवार (Hina Shahab Rajya Sabha) बनाकर उन्हें सांसद बनाना चाहिए.
ये भी पढ़ें - राज्यसभा की रेस: एक मंच पर शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब और सरकार ! ट्रेलर लॉन्च, पिक्चर अभी बाकी
''राष्ट्रीय जनता दल को राज्यसभा में इस बार हिना शहाब को भेजना चाहिए, जिससे उस क्षेत्र की जनता जहां वो लोकप्रिय हैं वो काफी खुश होंगे. शहाबुद्दीन जब तक जिंदा रहे लगातार राजद के झंडा को उन्होंने ढोया. आज तक राजद ने इंतकाल के बाद उनके परिवार के लिए कुछ नही किया. राजद लगातार अपने आपको मुस्लिम समुदाय का हितैषी बताता है. अब समय आ गया है कि मीसा भारती के बदले वो हिना शहाब को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाए. जिससे मुस्लिम समाज का एक प्रतिनिधित्व राज्यसभा में बिहार का होगा और समाज काफी खुश होगा.''- दानिश रिजवान, प्रधान महासचिव, हम
हिना शहाब को राज्यसभा भेजने की तैयारी : हिना शहाब को राज्यसभा भेजने की राजद के विधायक भी मांग कर रहे हैं. रघुनाथपुर के विधायक हरि शंकर यादव ने कहा कि मैं तेजस्वी यादव से बात कर चुका हूं, एक बार फिर मिलकर मैं मांग करूंगा. वहीं, सदर राजद विधायक ने कहा कि तेजस्वी जी को इसपर विचार करना चाहिए. इसी बीच हिना शहाब एनडीए नेताओं के साथ मंच साझा करती दिखीं.
बीजेपी नेताओं के साथ हिना शहाब : आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 75 वां आजादी का अमृत महोत्सव का कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें बिहार विधानसभा के अध्यक्ष समेत बीजेपी के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, जदयू के कई विधायकों के साथ राजद के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने पहली बार मंच साझा किया, बता दें कि आयुर्वेदिक कॉलेज की स्थापना पूर्व सांसद दिवंगत मो. शहाबुद्दीन ने ही की थी.
बीजेपी की 'छवी' बदलने की तैयारी? : एनडीए नेताओं के साथ बड़े मंच पर हिना शहाब मंच साझा करती दिखीं हैं. जिसके बाद इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. कहीं ऐसा तो नहीं की एनडीए हिना शहाब को राज्यसभा भेजकर या बड़े पद का सम्मान देकर बिहार में एक नई इबारत लिखेगी जो की मुस्लिमों की हमेशा मांग रही है और उससे राजद हमेशा किनारा करती आई है. यही नहीं अंदर ही अंदर राजद पर मुसलमानों को सिर्फ इस्तेमाल करने का आरोप भी कई बार सोशल मीडिया पर उठता आया है.
तेजस्वी से कहीं नाराजगी तो नहीं? - पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के निधन के मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव दिल्ली में रहते हुए, उनके मिट्टी में शामिल नहीं हुए. इसकी भी नाराजगी एक बड़े तबके में आज भी है. एनडीए ने अगर हिना को राज्यसभा या बड़े पद के लिए मना लिया तो क्या बिहार में मुस्लमानों का राजद से मोहभंग होगा या पहले जैसा प्यार चुनाव में अपने वोट लुटाकर राजद पर बरसाएगी. खैर जो भी ये आने वाला समय ही बताएगा.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP