पटना: आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर (Former PM Chandrashekhar) की 95वीं जयंती है. इस मौके पर आरजेडी दफ्तर में पार्टी नेताओं ने उनकी तस्वीर पर फूल चढ़ाकर श्रद्धासुमन अर्पित किया. इस मौके पर आरजेडी महासचिव श्याम रजक (RJD General Secretary Shyam Rajak) ने कहा कि आज वैसे समाजवादी नेता को हम सब याद कर रहे हैं, जिन्होंने जीवनपर्यंत गरीबों की सेवा की. उन्होंने भारत में समाजवादी विचारों की क्रांति लायी. कांग्रेस में रहकर भी उनकी नीतियों का विरोध करने की हिम्मत दिखाई और देश में समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाया.
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चंद्रशेखर सिंह की 95वीं जयंती: आरजेडी प्रदेश कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह की 95वीं जयंती के अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह और महासचिव श्याम रजक सहित कई आरजेडी नेताओं ने उनको याद किया. श्याम रजक ने कहा कि चंद्रशेखर 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थ. उन्होंने कांग्रेस से बाहर से मिले सहयोग से जनता दल से अलग हुए धड़े की सरकार का नेतृत्व किया था. देश में समाजवाद की आगे बढ़ाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही.
सरकार पर आरजेडी का हमला: श्याम रजक ने इस दौरान वर्तमान सरकार पर भी तंज कसा और कहा कि देश में मंहगाई और बेरोजगारी बढ़ी. सरकार की मनमानी भी बढ़ी है, जिस वजह से आम जनता त्रस्त है. ऐसे समय मे चंद्रशेखर के आदर्श पर चलकर आरजेडी इस सरकार का विरोध कर रही है. सरकार की गलत नीति के कारण गरीब लोग मंहगाई की मार झेल रहे हैं और पूंजीपति की मौज है.
चंद्रशेखर का राजनैतिक सफर: चंद्रशेखर का उत्तरप्रदेश के बलिया जिले के एक राजपूत कृषक परिवार में जन्म हुआ था. राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह समाजवादी आंदोलन से जुड़ गए थे. जल्द ही वह बलिया जिला के प्रजा समाजवादी दल के सचिव बने और उसके बाद राज्य स्तर पर इसके संयुक्त सचिव बने. राष्ट्रीय राजनीति में चंद्रशेखर का आगमन उत्तर प्रदेश राज्यसभा में चयनित होने के बाद हुआ. सन 1975 में अपातकाल लागू होने के बाद जिन नेताओं को इन्दिरा गांधी ने जेल भेजा था उनमें से एक चंद्रशेखर भी थे. वीपी सिंह के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद चंद्रशेखर, कांग्रेस (आई) के समर्थन से सत्तारूढ़ हुए.
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