पटना: तेज प्रताप और श्याम रजक का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी एवं दलित सेना ने तेज प्रताप यादव काे मंत्रिमंडल से बर्खास्त किये जाने की मांग की है. राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी एवं दलित सेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि बिहार के पूर्व मंत्री राजद नेता श्याम रजक 1974 में जय प्रकाश नारायण के संम्पूर्ण क्रांति के समय से सक्रिय रहे हैं. श्याम रजक को नई दिल्ली के राजद के राष्ट्रीय कार्यकारणी में लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र बिहार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपमानित किया है.
इसे भी पढ़ेंः तेज प्रताप के आरोपों पर सफाई देने के बाद श्याम रजक की बिगड़ी तबीयत, सफदरजंग में भर्ती
राष्ट्रीय लोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि श्याम रजक इस घटना के बाद बेहोश हो गये. उनको अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. उन्हाेंने कहा कि दलित नेता होने की सजा श्याम रजक भुगत रहे हैं. उन्हाेंने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की. राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि रघुवंश सिंह जैसे दिगग्ज समाजवादी नेता को भी एक लोटा पानी की हैसियत वाला नेता बताया था. रघुवंश बाबू को अपमानित किया था, उस अपमान के सदमे से रघुवंश बाबू की असमय मृत्यु हो गई थी.
इसे भी पढ़ेंः जगदानंद सिंह पर JDU नेताओं की चुप्पी, बोले कुशवाहा- यह RJD का अंदरूनी मसला
श्रवण अग्रवाल ने कहा कि तेज प्रताप यादव ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष साफ-सुथरे छवि वाले नेता जगदानंद सिंह का भी अपमान किया है. लगातार अपमान का घूंट पीकर भी जगदानंद सिंह आज भी लालू यादव के साथ पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से बने हुए हैं. ये सारी घटनाऐं लालू परिवार के चरित्र और उनके बेटे तेज प्रताप यादव के संस्कार को दर्शाती है. राष्ट्रीय प्रवक्ता अग्रवाल ने लालू यादव से आग्रह किया है, कि वे अविलंब अपने बेटे तेज प्रताप यादव को राष्ट्रीय जनता दल से निष्कासित करे.
"संम्पूर्ण क्रांति के समय से सक्रिय नेता श्याम रजक को तेज प्रताप यादव के द्वारा अपमानित किया गया. जिस तरह बिहार के दलित नेता श्याम रजक को तेज प्रताप यादव ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया, राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी इसकी कठोर शब्दों में निंदा करती है"-श्रवण अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी एवं दलित सेना