पटना: राजधानी पटना के मसौढ़ी में सफाई की मांग को लेकर प्रदर्शन (Protest against demand for cleanliness in Masaudhi) तेज हो गया है. सोमवार को नगर परिषद कार्यालय के समक्ष लोगों ने धरना दिया. इस दौरान मसौढ़ी नगर परिषद (Masaudhi Municipal Council) प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और 11 सूत्री मांगों पर शीघ्र अमल की मांग की. धरने पर बैठे नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष संजय केसरी ने कहा कि नगर में साफ-सफाई के नाम पर लूट मची हुई है. लाखों रुपए की निकासी होने के बावजूद भी शहर में हर तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है. हर गली मोहल्ले में बजबजाती नालियां की भरमार है.
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मसौढ़ी में सफाई की मांग को लेकर प्रदर्शन: संजय केसरी ने कहा कि स्वच्छ मसौढ़ी सुंदर मसौढ़ी के दावे किए जाते हैं लेकिन हकीकत तो ये है कि अगर हल्की सी बारिश हो जाए तो हर गली मोहल्ला डूब जाते हैं. बरसात से पहले अगर बड़े और छोटे नालों की सफाई नहीं हुई तो पटना जैसा हाल मसौढ़ी का भी हो जाएगा. लिहाजा समय रहते नगर परिषद प्रशासन को हर गली, वार्ड और मोहल्ले के नाले की साफ-सफाई कराई जाए ताकि मसौढ़ी को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सके.
11 सूत्री मांगों को लेकर धरना: नगर परिषद कार्यालय के समक्ष 11 सूत्री मांगों को लेकर नगरवासी धरना पर बैठे हैं. उनकी मांगों में मुख्य रुप से सभी वार्डों में बजबजाती नालियों की सफाई, शहर के सड़कों की सफाई के अलावा डंपिंग जोन बनाने गिला एवं सूखा कूड़ा का उठाव के लिए अलग संसाधन की व्यवस्था शामिल है. धरने पर बैठे नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष संजय केसरी ने कहा कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो जल्द ही और भी आंदोलन उग्र होगा. उन्होंने कहा कि नगर परिषद में साफ सफाई के नाम पर लूट मची हुई है.
साफ सफाई के नाम पर लूट: संजय केसरी ने कहा कि नगर परिषद में साफ सफाई के नाम पर लाखों रुपए खर्च होते हैं, लेकिन साफ सफाई नहीं हो पा रही है. हर वार्ड गली मोहल्ला में नालियां बजबजा रही हैं, बरसात आते ही सभी गली मोहल्ले डूब जाते हैं. ऐसे में समय रहते नगर प्रशासक को चाहिए कि हर गली वार्ड में साफ सफाई हो, लेकिन सफाई के नाम पर यहां लापरवाही हो रही है. 11 सूत्री मांग जल्द पूरी नहीं हुई तो आंदोलन उग्र होगा.
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