नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय पितृपक्ष मेला आज शुक्रवार से शुरू हाे गया (Pitri Paksha fair begins). भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता, विधायक रेखा देवी, जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर, एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया (Revenue Minister inaugurates Pitripaksha Mela). भूमि एवं राजस्व मंत्री ने कहा कि पटना से सटे पुनपुन नदी की पौराणिक महत्ता है. उसके अनुसार पुनपुन घाट पर अभी और काम करना है. इसे पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा. सरकार की कोशिश होगी, कि पुनपुन में पर्यटन काे बढ़ावा दिया जाए.
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इसके साथ ही आलोक मेहता ने आम जनों से सहयोग करने की भी अपील की है. उन्होंने कहा कि पुनपुन घाट (Pitri Paksha Mela in Punpun) पर देश-विदेश से लोग पिंडदान करने आते हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पहला पिंड का तर्पण इसी नदी घाट पर किया था. ऐसे में पटना के लिए सौभाग्य की बात है इसको और भी ज्यादा विकसित करेंगे. मंत्री ने जिला प्रशासन काे 25 सितंबर तक चलने वाले पितृपक्ष मेला में श्रद्धालुओं को हर तरह की सुख सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
इस मौके पर जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बिजली, पानी, यातायात, स्वास्थ्य और सुरक्षा का इंतजाम किया गया है. वहीं आठ जोड़ी ट्रेन का ठहराव भी पुनपुन घाट पर हाेगा. पटना से गया जाने के लिए निःशुल्क बस की व्यवस्था की गई है. उसके लिए 24 घंटे का नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है. सुरक्षा को लेकर सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं. सुरक्षा के लिए तीन शिफ्ट में कर्मचारियों और पदाधिकारी को ड्यूटी लगाई जा रही है.
"पटना से सटे पुनपुन नदी की पौराणिक महत्ता है. उसके अनुसार पुनपुन घाट पर अभी और काम करना है. इसे पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा. सरकार की कोशिश होगी, कि पुनपुन में पर्यटन काे बढ़ावा दिया जाए" - आलोक मेहता, भूमि एवं राजस्व मंत्री