पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) की महत्वाकांक्षी योजना सात निश्चय (Ambitious Plan Saat Nischay) के तहत हर घर नल जल (Har Ghar Nal Ka Jal Yojana) का सपना ग्रामीण क्षेत्रों में सपना ही बनकर रह गया है. जब हर घर नल जल योजना की शुरुआत हुई थी तो लोगों की उम्मीदें नल से पानी पीने की थी, लेकिन आज के हालात में सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं.
ये भी पढ़ें- मौका! बिहार में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लें, और फ्री में घर ले जाएं टीवी.. फ्रीज
राजधानी पटना से सटे ग्रामीण इलाकों में मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना सात निश्चय के तहत हर घर नल जल का सपना अभी भी अधूरा है. योजना के तकरीबन पांच साल होने को है इसके बावजूद अभी भी दर्जनों पंचायत ऐसे हैं. जहां नल-जल के नाम पर कहीं टावर लगा है तो कहीं पाइप बिछा दी गई है लेकिन नल से जल नसीब नहीं हो रहा है.
ये भी पढ़ें- पटना में डॉक्टर की पत्नी की गोली मारकर हत्या, मंगलवार देर शाम घर से निकली थी रिमझिम
ऐसे में अब ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है. विरोध-प्रदर्शन शुरू हो चुका है. मसौढ़ी अनुमंडल के मसौढ़ी, धनरूआ और पुनपुन प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में नल जल योजना से पानी पीना नसीब नहीं हुआ है. धनरूआ के सेवई गांव में पिछले तीन सालों से नल जल योजना से लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हुआ है. नल जल के नाम पर टावर और पाइप बीछा दी गई है.
पाइप भी अब सभी जगहों पर टूट चुका है. टावर पर लगा हुआ पानी टंकी भी टूट चुका है इसको लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है. लोगों मे गुस्सा अब चरम पर दिख रहा है. धनरूआ में नल जल के अधूरे कार्य को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी और पंचायत राज पदाधिकारी से बात की गई तो कोई भी पदाधिकारी कैमरे पर कुछ भी बोलने से कतराते दिखे.
ये भी पढ़ें- पटना हाईकोर्ट में सुनवाई: लोमस और याज्ञवल्क्य पहाड़ियों के खनन पर रोक जारी रखने का आदेश
इसको लेकर जिलाधिकारी से बात कि गई तो उन्होंने कहा कि 'सरकारी राशि निकासी के बाद कार्य पूर्ण नहीं करने वाले सभी मुखिया और वार्ड सदस्यों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है. सभी पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए राशि रिकवरी की कार्रवाई होगी. चुनाव कार्य के संपन्न होने के बाद यह कार्रवाई शुरू की जाएगी': डॉ चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी, पटना
बता दें कि बिहार में सात निश्चय के तहत हर घर नल का जल योजना सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है. सरकार ने 97% घरों तक हर घर नल का जल पहुंचा दिया है. सरकार का दावा है कि लोगों को अब बिहार में स्वच्छ जल पीने को मिल रहा है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. अभी भी लोगों को पीने के पानी के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें- पुलिस गाड़ी रोकने के लिए बोनट पर बैठी महिला, बोली- पति से है तनाव... देवर से करनी है शादी
ये भी पढ़ें- पहले दिन की पंचकोसी परिक्रमा पूरी, दूसरे पड़ाव में नारद मुन्नी के आश्रम नदाव पहुंचे श्रद्धालु
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP