ETV Bharat / city

बड़ी परीक्षाओं में पास कराने का ठेका लेने वाले गैंग के 4 सदस्य गिरफ्तार, 18 लाख नकद और जाली दस्तावेज बरामद

पटना पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का ठेका दिलाने वाले बड़े गैंग के 4 सदस्यों को गिरफ्तार (Scholar Gang In Patna) किया है. गिरफ्तार लोगों के पास से भारी मात्रा में कैश, कई आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रानिक गैजेट बरामद किया गया है. पढ़ें पूरी खबर..

मानवजीत सिंह ढिल्लो पटना एसएसपी
मानवजीत सिंह ढिल्लो पटना एसएसपी
author img

By

Published : Mar 9, 2022, 7:51 PM IST

पटनाः पटना पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का ठेका दिलाने वाले बड़े गैंग का खुलासा (Patna Police Disclosed Scholar Gang In Patna) किया है. पुलिस ने पटना से स्कॉलर गैंग के 4 सॉल्वर को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से 18 लाख 78 हजार रुपये नकद, बड़ी संख्या में इलेक्ट्रानिक गैजेट और जाली दस्तावेज सहित विभिन्न बैंको के एटीएम, पासबुक सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किया है.

ये भी पढ़ें- फर्जीवाड़ा..! तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की फेक डिग्री पर कनाडा में मिली नौकरी, जांच में धराया

गिरोह के सदस्य बहुचर्चित व्यापम घोटाला में जा चुके हैं जेलः पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि पटना स्कॉलर गैंग के सदस्य विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के नाम पर उम्मीदवारों से मोटी रकम वसूलते थे. इस रकम से विभिन्न राज्यों में होटलों और किराये पर फ्लैट लेकर नये लोगों को अपने जाल में फंसाते थे. ये लोग फर्जीवाड़े के लिए आधुनिक और काफी एडवांस उपकरणों की मदद लेते थे. एसएसपी ने आगे बताया कि गिरफ्तार गिरोह के सदस्य बहुचर्चित व्यापम घोटाला में भी जेल जा चुके हैं. इस गिरोह की सेटिंग हाई सिक्यूरिटी वाले प्रश्न पत्रों की छपाई वाले प्रिंटिंग प्रेस में था. ये लोग प्रिंटिंग प्रेस के लोगों को भी मैनेज करते थे.

70 उम्मीदवारों के मूल प्रमाण-पत्रः इनके पास से लगभग 70 उम्मीदवारों के मूल प्रमाण-पत्र, रेलवे लिपिक,एनटीपीसी-आरआरबी इत्यादि के एडमिट कार्ड आदि भी बरामद हुआ है. इसमें पकड़े गये अश्विनी सौरभ ने मुजफ्फरपुर में नब टेक्नोलॉजी नामक एक ऑनलाइन परीक्षा केंद्र भी खोला है, जिसकी जांच करवायी जा रही है. इसके अलावा गया और पटना जिला के कुछ ऑनलाइन एक्जाम सेंटरों से भी इस गिरोह की साझीदारी की बात सामने आ रही है.

सिटी एसपी पश्चिमी पटना के नेतृत्व में बनी थी विशेष टीमः गुप्त सूचना के अवसर पर एसएसपी पटना ने सिटी एसपी पश्चिमी पटना के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया. टीम में सहायक पुलिस अधीक्षक दानापुर, थानाध्यक्ष दानापुर, रूपसपुर, कंकड़बाग, रामकृष्णानगर और थानों की पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया. टीम ने गोपनीय तरीके से जानकारी एकत्रित कर कार्रवाई की. दानापुर थाना क्षेत्रा के आरके पुरम साईं कॉलोनी स्थित एक नवनिर्मित किराये के मकान में इस गिरोह के सदस्य जमा थे. तत्काल टीम ने उस किराये के मकान पर छापामारी कर 4 लोगों को संदिग्ध अवस्था में गिरफ्तार किया.

19 हार्ड डिस्क जब्तः गिरफ्तार लोगों में अश्विनी सौरभ, तनेश कुमार, रूपेश कुमार और शिवशंकर कुमार शामिल हैं. तलाशी के क्रम में इनके ऑफिसनुमा कमरे से कई दस्तावेज, उम्मीदवारों से वसूले 18 लाख 78 हजार रुपया नकद, 19 हार्ड डिस्क, 7 लैपटॉप, 4 सीपीयू, 3 मदरबोर्ड, 5 वाई-फाई राउटर, एक आईपॉड, 12 मोबाइल, 10 रबड़ स्टांप, विभिन्न बैंकों के 8 एटीएम/डेबिट कार्ड एवं अन्य सामग्रियां इनके पास से बरामद किया गया है.

ये भी पढ़ें- फर्जी डिग्री से लेकर टॉपर घोटाला तक, बिहार से बाहर तक फैली है गोरखधंधे की जड़

विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटनाः पटना पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का ठेका दिलाने वाले बड़े गैंग का खुलासा (Patna Police Disclosed Scholar Gang In Patna) किया है. पुलिस ने पटना से स्कॉलर गैंग के 4 सॉल्वर को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से 18 लाख 78 हजार रुपये नकद, बड़ी संख्या में इलेक्ट्रानिक गैजेट और जाली दस्तावेज सहित विभिन्न बैंको के एटीएम, पासबुक सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किया है.

ये भी पढ़ें- फर्जीवाड़ा..! तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की फेक डिग्री पर कनाडा में मिली नौकरी, जांच में धराया

गिरोह के सदस्य बहुचर्चित व्यापम घोटाला में जा चुके हैं जेलः पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि पटना स्कॉलर गैंग के सदस्य विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के नाम पर उम्मीदवारों से मोटी रकम वसूलते थे. इस रकम से विभिन्न राज्यों में होटलों और किराये पर फ्लैट लेकर नये लोगों को अपने जाल में फंसाते थे. ये लोग फर्जीवाड़े के लिए आधुनिक और काफी एडवांस उपकरणों की मदद लेते थे. एसएसपी ने आगे बताया कि गिरफ्तार गिरोह के सदस्य बहुचर्चित व्यापम घोटाला में भी जेल जा चुके हैं. इस गिरोह की सेटिंग हाई सिक्यूरिटी वाले प्रश्न पत्रों की छपाई वाले प्रिंटिंग प्रेस में था. ये लोग प्रिंटिंग प्रेस के लोगों को भी मैनेज करते थे.

70 उम्मीदवारों के मूल प्रमाण-पत्रः इनके पास से लगभग 70 उम्मीदवारों के मूल प्रमाण-पत्र, रेलवे लिपिक,एनटीपीसी-आरआरबी इत्यादि के एडमिट कार्ड आदि भी बरामद हुआ है. इसमें पकड़े गये अश्विनी सौरभ ने मुजफ्फरपुर में नब टेक्नोलॉजी नामक एक ऑनलाइन परीक्षा केंद्र भी खोला है, जिसकी जांच करवायी जा रही है. इसके अलावा गया और पटना जिला के कुछ ऑनलाइन एक्जाम सेंटरों से भी इस गिरोह की साझीदारी की बात सामने आ रही है.

सिटी एसपी पश्चिमी पटना के नेतृत्व में बनी थी विशेष टीमः गुप्त सूचना के अवसर पर एसएसपी पटना ने सिटी एसपी पश्चिमी पटना के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया. टीम में सहायक पुलिस अधीक्षक दानापुर, थानाध्यक्ष दानापुर, रूपसपुर, कंकड़बाग, रामकृष्णानगर और थानों की पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया. टीम ने गोपनीय तरीके से जानकारी एकत्रित कर कार्रवाई की. दानापुर थाना क्षेत्रा के आरके पुरम साईं कॉलोनी स्थित एक नवनिर्मित किराये के मकान में इस गिरोह के सदस्य जमा थे. तत्काल टीम ने उस किराये के मकान पर छापामारी कर 4 लोगों को संदिग्ध अवस्था में गिरफ्तार किया.

19 हार्ड डिस्क जब्तः गिरफ्तार लोगों में अश्विनी सौरभ, तनेश कुमार, रूपेश कुमार और शिवशंकर कुमार शामिल हैं. तलाशी के क्रम में इनके ऑफिसनुमा कमरे से कई दस्तावेज, उम्मीदवारों से वसूले 18 लाख 78 हजार रुपया नकद, 19 हार्ड डिस्क, 7 लैपटॉप, 4 सीपीयू, 3 मदरबोर्ड, 5 वाई-फाई राउटर, एक आईपॉड, 12 मोबाइल, 10 रबड़ स्टांप, विभिन्न बैंकों के 8 एटीएम/डेबिट कार्ड एवं अन्य सामग्रियां इनके पास से बरामद किया गया है.

ये भी पढ़ें- फर्जी डिग्री से लेकर टॉपर घोटाला तक, बिहार से बाहर तक फैली है गोरखधंधे की जड़

विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.