पटना: राजधानी वासी इन दिनों डंपिंग जोन की बदबू से परेशान हैं. पटना जंक्शन से बाहर के बकरी मार्केट को खाली करवाकर निगम ने कूड़ा डंपिंग यार्ड बना दिया है. यहां से इस कदर दुर्गंध आती है कि राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
'सिर्फ दिखावा है स्मार्ट सिटी'
हालांकि लोगों की परेशानी देखकर स्थानीय विधायक स्मार्ट सिटी के लिए चयनित इस जगह से कूड़ा डंपिंग यार्ड को हटवाने की बात कह रहे हैं. लेकिन नगर निगम के वार्ड पार्षद का कहना है की स्मार्ट सिटी सिर्फ दिखावा है. इस दिशा में यहां कोई काम नहीं हो रहा.
लोगों के लिए मुसीबत बना कूड़ा डंपिंग यार्ड
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के रैंकिंग में पटना के अंक में सुधार तो हुआ है लेकिन, स्मार्ट सिटी के रूप में चयनित जगह पर नगर निगम ने कूड़ा डंपिंग यार्ड बना दिया है. एक ओर सरकार के आदेश पर निगम प्रशासन लगातार शहर के गली-मोहल्लों की साफ-सफाई करवा रहा है. वहीं दूसरी ओर पटना जंक्शन स्थित कूड़ा डंपिंग यार्ड लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर रहा है.
कूड़ा डंपिंग यार्ड हटाने की मांग
शहर के अलग-अलग वार्ड से निकला कूड़ा निगम की ओर से पटना जंक्शन स्थित बकरी मार्केट में डंप किया जा रहा है. कूड़ा डंप होने के कारण अब बदबू भी आने लगी है. जंक्शन के पास से गुजरने वाले लोगों को मजबूरन नाक पर हाथ रख कर यहां से गुजरना पड़ता है. लोग सरकार से कूड़ा डंपिंग यार्ड को यहां से हटाने की मांग कर रहे है.
स्थानीय विधायक का आश्वासन
स्थानीय विधायक नितिन नवीन ने कहा कि अब बहुत जल्द वहां से कूड़ा डंपिंग यार्ड को हटाया जाएगा. यहां कमर्शियल दुकान के साथ होटल का निर्माण कार्य भी शुरु होने वाला है. इसी कड़ी में स्मार्ट सिटी योजना के तहत मीटिंग हुई है. जल्द ही डंपिंग यार्ड हटा लिया जाएगा.
नहीं शुरू हो पाया स्मार्ट सिटी के तहत काम
स्थानीय विधायक भले ही कूड़ा डंपिंग यार्ड को हटवाने की बात कह रहे हो, लेकिन पटना नगर निगम के वार्ड पार्षद इंद्रदीप चंद्रवंशी इससे इत्तेफाक नहीं रखते. उनके मुताबिक जब पटना स्मार्ट सिटी का चयन हुआ था तो नगर निगम को काम इसपर काम करना था. पूर्व नगर आयुक्त के सूझबूझ से कई जगह खाली करवाई गई थी, लेकिन स्मार्ट सिटी के तहत उन सभी जगहों पर अभी तक कोई काम शुरू ही नहीं हो पाया है.
धरातल पर नहीं दिखती स्मार्ट सिटी की योजना
बता दें कि जब केन्द्र सरकार ने पटना को स्मार्ट सिटी का दर्ज दिया था, तब से शहर को स्मार्ट बनाने के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड अपनी सभी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए काम में जुट गया. उसके तहत शहर में कई जगहों को अतिक्रमण मुक्त भी कराया गया ताकी, योजनाओं का काम शुरु किया जा सके. लेकिन 2 साल से अधिक वक्त बीतने के बावजूद स्मार्ट सिटी की कोई योजना धरातल पर दिख नहीं रही है.