पटनाः प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने एनएमसीएच में भर्ती कोविड-19 पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव की व्यवस्था को लेकर अस्पताल के प्राचार्य अधीक्षक और स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के अध्यक्ष एवं डॉक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की. उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रसव के दौरान किसी तरह की समस्या नहीं होगी.
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एनएमसीएच में प्रसव की विशेष व्यवस्था
कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के प्रसव की विशेष व्यवस्था एनएमसीएच में की गई है. इस संबंध में एनएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति विभाग के अध्यक्ष डॉ रेणु रोहतगी ने बैठक में जानकारी दी कि कोविड के दौरान कुल 26 कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं का प्रसव किया गया है, जिसमें से 20 सिजेरियन और 6 सामान्य प्रसव कराए गए हैं.
एनएमसीएच बना है कोविड डेडिकेटेड अस्पताल
बता दें कि नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल कोविड मरीजों के लिए डेडीकेटेड कोविड हास्पीटल के रूप में कार्यरत है. इस दौर में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए जच्चा बच्चा की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने तथा सफल एवं सुरक्षित प्रसव कराने का निर्देश दिया गया. आयुक्त ने डॉक्टर नर्स एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को भी अस्पताल में कोविड-19 मानक संबंधी सुरक्षात्मक उपायों का पालन करने को कहा.
'जरूरी नहीं कि नवजात भी संक्रमित हो'
डॉक्टरों ने आयुक्त को बताया कि माता के पॉजिटिव होने के बावजूद भी नवजात शिशु के पॉजिटिव होना कोई जरूरी नहीं है. यदि शिशु पॉजिटिव भी होता है तो उसके भी उपचार की भी व्यवस्था है. आयुक्त ने नवजात शिशु की विशेष देखरेख एवं निगरानी का भी निर्देश दिया है. अस्पताल के अधीक्षक ने बताया है कि कोविड पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के लिए 24×7 लेबर रूम खुला रहता है.
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पर्याप्त संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति
सुरक्षित प्रसव के लिए एनएमसीएच के लेबर रूम इमरजेंसी एवं ओपीडी में पालीवार पर्याप्त संख्या में डॉक्टर एवं नर्स की प्रतिनियुक्ति की गई है. पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के प्रसव हेतु न केवल नॉर्मल डिलीवरी की व्यवस्था है बल्कि सिजेरियन ऑपरेशन की व्यवस्था है. आयुक्त ने पॉजिटिव महिलाओं की स्थिति को ध्यान में रखते हुए कार्य का लगातार मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया.