पटना: जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव (JAP National President Pappu Yadav) ने पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती बेगूसराय गोलीकांड के घायल भारती यादव से मुलाकात (Pappu Yadav Meets Begusarai Shooting Victim) की. उन्होंने डॉक्टरों से मिलकर इलाज की जानकारी ली और परिजनों से कहा कि अगर प्रशासन की तरफ से इलाज में कोई कोताही होगी तो जन अधिकार पार्टी पीड़ित परिवार की हर सम्भव मदद करेगी. पप्पू यादव ने पीड़ित परिवार को 10,000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान किए. वो अस्पताल की कुव्यवस्था से नाराज दिखे और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री से इसे दुरुस्त कराने का आग्रह किया. इस मौके पर उनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू भी मौजूद रहे.
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'बेगूसराय घटना की जितनी भी निंदा की जाए वो कम है. गोलीकांड में शामिल अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. ये लोग बिहार को बदनाम करने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. हमारी मांग है कि इस घटना में शामिल अपराधियों और उनके संरक्षकों पर बिहार सरकार कठोर कारवाई करे. बेगूसराय के सांसद जनता की जरा सी नाराजगी नहीं झेल पाए और उन्हें दुःख में छोड़ पिकनिक मनाने लखनऊ चले गए. केंद्रीय गृहराज्य मंत्री पूर्णिया में आमंत्रण बांट रहे हैं, लेकिन जनता का सरोकार इनमें से किसी को नहीं है. ये भाजपा के बहरुपिए हैं जो बिहार की जनता को ठगने और अपने हिंसक इरादे को साध कर बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.' - पप्पू यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जन अधिकार पार्टी
बेगूसराय गोलीकांड में 4 गिरफ्तार : गौरतलब है कि बिहार का बेगूसराय मंगलवार को गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा था. पूरे मामले को लेकर बेगूसराय पुलिस की खूब फजीहत भी हो रही थी. इसी बीच पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चारों साइको किलर (Psycho Killer In Begusarai) को धर दबोचा. शुक्रवार को बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार (Begusarai SP Yogendra Kumar) ने चारों दहशतगर्दों को मीडिया के सामने पेश करते हुए पूरे मामले की जानकारी दी. एसपी ने बताया कि इन अपराधियों दहशत फैलाना मकसद था.
बेगूसराय में गोलीकांड की पूरी कहानी : आपको बता दें कि इस पूरी घटना (Begusarai Firing Case) को लेकर पूरा बिहार सिहर उठा है. इस मामले में सबसे पहले दो बाइक पर 4 साइको किलर सवार होकर शहर में प्रवेश करते हैं. इनकी मंशा दहशत फैलाने के इरादे से फायरिंग करने की थी. शहर से ये चारों आगे बढ़ते हैं जबकि जगह-जगह पुलिस तैनात रहती है और कई जगह चेक पोस्ट भी होते हैं. 30 किलोमीटर के सफर में चार थाना पड़ा लेकिन किसी को कुछ भनक नहीं हुई. चारों को ना तो किसी ने रोका ना ही तलाशी ही ली गई. हालांकि आए दिन वाहन चेकिंग अभियान चलाने के दावे भी पुलिस करती है. चारों किलर ने एनएच 28 से एनएच 31 के बीच दहशत फैलाना शुरू कर दिया. इन लोगों ने शहर में फायरिंग नहीं की बल्कि बछवाड़ा का रास्ता चुना. वहीं एक रास्ता एनएच 80 का लखीसराय को जाता है. अगर कहीं पर भी पुलिस ने इन लोगों को रोका होता या गाड़ी की जांच की जाती तो घटना को पहले ही रोका जा सकता था. अब पुलिस ने चारों साइको किलर्स का फोटो जारी कर इनाम की घोषणा की लेकिन चूक और लापरवाही की बात से इनकार नहीं किया जा सकता. मामले में 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है.