पटना: बिहार में जातीय जनगणना ( Caste Census ) और विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर एक बार फिर से सियासत शुरू ( Bihar Politics on Special Status ) हो गई है. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ( Jagdanand Singh ) ने नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) को दोनों मुद्दे पर ऑफर दे दिया है. इसी के साथ, बीजेपी के रवैये पर आरजेडी ने नीतीश कुमार को फैसला लेने के लिए समर्थन दिया है.
इधर, आरजेडी के ऑफर पर जदयू का कहना है जातीय जनगणना और विशेष राज के दर्जे के मुद्दे पर हमारे नेता की मंशा और नियत साफ है, जो स्टैंड बदल रहे हैं उन्हें बताना चाहिए कि क्यों स्टैंड बदल रहे हैं.
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'जहां तक जगदानंद सिंह की बात है तो वह अपनी बात रख रहे हैं. हम दोनों मुद्दों पर पक्ष और विपक्ष नहीं कर रहे हैं. हम जनता की बात कर रहे हैं और जदयू अपने स्टैंड पर कायम है.' - अभिषेक झा, जदयू प्रवक्ता
दरअसल, राष्ट्रीय जनता दल की ओर से गुरुवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने एक तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ओपन ऑफर दिया है. उन्होंने कहा कि अगर जातीय जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी साथ नहीं दे रही है और सरकार किसी संकट में पड़ती है तो, महागठबंधन आपका साथ देने को तैयार है.
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जगदानंद सिंह ने कहा है कि जो मंत्री आपके मंत्रिपरिषद में शामिल हैं और बिहार में जातीय जनगणना के मुद्दे पर आपके साथ नहीं हैं, उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कीजिए. यह तो आपका अधिकार है. वरिष्ठ राजद नेता ने कहा कि ना सिर्फ जातीय जनगणना बल्कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और कोरोना वायरस संकट से निपटने को लेकर भी विपक्ष पूरी तरह सरकार का साथ देने को तैयार है.
बिहार में जातिगत जनगणना होना चाहिए ये बिहार की इच्छा है. इसके लिए केंद्र सरकार तैयार नहीं है. यह बिहार ही नहीं देश का भी ज्वलंत मुद्दा है. नीतीश जी अपने वचन पर दृढ़ रहिए. किसी भी हालत में आप आगे बढ़ेंगे तो, महागठबंधन आपके साथ खड़ा है.- जगदानंद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, आरजेडी
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बता दें कि देश में जातीय जनगणना का मुद्दा जोर-शोर से उठ रहा है. लेकिन केंद्र सरकार ने संसद में कहा था कि आजादी के बाद से किसी भी सरकार ने जातीय जनगणना नहीं कराई है, और कराना संभव भी नहीं है. उसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एलान किया कि बिहार सरकार खुद जातीय गनगणना अपने खर्च पर कराएगी.
आरजेडी और कांग्रेस भी इस मुद्दे पर नीतीश का समर्थन कर रहे हैं. लालू ने तो यहां तक कह दिया है कि पूरे देश भर के विपक्षी दलों को इस मुद्दे पर एकजुट करेंगे. लेकिन अब खबर ये आ रही है कि कोरोना के कारण केंद्र सरकार इस बार भी जनगणना नहीं कराना चाहती है.
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