पटना (सिटी): नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक के सस्पेंड मामले (Binod Kumar Singh Suspended Case) में बर्खास्त एनएमसीएच अधीक्षक डॉ बिनोद कुमार सिंह ने अपनी बात रखी (NMCH Superintendent Clarified About His Suspension) है. उन्होंने कहा कि 24 घंटा मेहनत करने का फल सरकार अगर मुझे अवार्ड में सस्पेंड देती है, तो नहीं चाहिए, मुझे बिहार सरकार की नौकरी. जहां न मिले सम्मान, उस जगह नौकरी नही करेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि जिन कारणों से हमें अधीक्षक पद से निलंबित किया गया है, उसका जिम्मेदार मैं, नहीं वल्कि सरकार है.
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'जिन कारणों से हमें अधीक्षक पद से निलंबित किया गया है. उसका जिम्मेदार मैं नहीं बल्कि सरकार है. अगर 24 घंटा काम करने का नतीजा सरकार हमें अवार्ड के रूप में सस्पेंसन देती है, तो बिहार सरकार की ऐसी नौकरी हमें नहीं करनी है. सरकार अपनी कमी छिपाने के लिए मुझे सस्पेंड किया है जो बिल्कुल गलत है.' - डॉ बिनोद कुमार सिंह, सस्पेंड NMCH अधीक्षक
डिप्टी CM ने NMCH अधीक्षक को किया था सस्पेंड: गौरतलब है कि रात में बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव राजधानी पटना में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देख नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दौरा किया था. अस्पताल पहुंचते ही मरीज के परिजनों ने अस्पताल की व्यवस्था स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव को बताई. जिसके बाद तेजस्वी यादव अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया तो अस्पताल प्रशासन की कई विफलता नजर आई. इस कारण स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के अधीक्षक डॉ बिनोद कुमार सिंह को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया था.
सरकार की कार्रवाई को लेकर IMA नाराज : बता दें कि राजधानी पटना के दूसरे सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ बिनोद कुमार सिंह के निलंबन (Binod Kumar Singh suspended Due To Negligence) मामले ने तूल पकड़ लिया है. सरकार की इस कार्रवाई को लेकर आईएमए (IMA) ने सख्त नराजगी जताई है. एनएमसीएच अधीक्षक के निलंबन पर राष्ट्रीय आईएमए और बिहार आईएमए ने सवाल खड़े किए हैं. राष्ट्रीय आईएमए के अध्यक्ष डॉ. सहजानंद सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव की कार्रवाई को गलत ठहराया है. आईएमए (IMA Called Emergency Meeting) ने इसको लेकर इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई है.