पटना: बिहार में नीतीश कुमार मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर एक बार फिर चर्चा प्रारंभ हो गई है. इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि बीजेपी नेताओं के साथ बैठक में कैबिनेट विस्तार पर कोई चर्चा नहीं हुई.
'बीजेपी नेताओं से कैबिनेट विस्तार को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है. अभी तक बीजेपी की राय नहीं मिली है. पहले कहां इतनी देर होती थी, हम तो कैबिनेट का विस्तार तुरंत ही कर लिया करते थे'- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
BJP-JDU नेताओं की हुई औपचारिक मुलाकात
बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार और विधान परिषद के लिए सीटों पर बंटवारे की चर्चा के बीच गुरुवार को जेडीयू और बीजेपी के शीर्ष नेताओं के बीच दो अहम बैठक हुई. पहली बैठक बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र सिंह यादव और जेडीयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह के बीच हुई, जबकि दूसरी बैठक बीजेपी नेताओं की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हुई.
मुलाकात पर चुप्पी क्यों?
मुलाकात के दौरान हालांकि क्या बात हुई इसपर बीजेपी नेताओं ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली, वहीं जदयू नेताओं ने इसे औपचारिक मुलाकात बताया है. हालांकि, मुख्यमंत्री से बीजेपी के बड़े नेताओं की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारे में कैबिनेट विस्तार पर सहमति बनने और नए मंत्रियों के नाम तय होने की चर्चा शुरू हो गई.
बता दें कि कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को बहुमत मिलने के बाद 16 दिसंबर को 14 मंत्रियों के साथ नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. इसमें से एक मेवालाल चौधरी का इस्तीफा हो चुका है.
खरमास के बाद नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार!
इधर सूत्रों की माने तो खरमास यानी 14 जनवरी के बाद नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. दिसम्बर की 15 तारीख से लेकर जनवरी की 14 तारीख तक खरमास का महीना होता है. मान्यता है कि खरमास के महीने में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है.
चाय की चुस्की के बीच मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा
सूत्रों का कहना है कि चाय की चुस्की के बीच मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हुई है. समझा जाता है कि अरूणाचल प्रदेश में छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा और जदयू के रिश्ते में जो बर्फ जमी थी वह भी भाजपा और जदयू के नेताओं के मुलाकत बाद पिघली है.
मंत्रिमंडल विस्तार कोई बड़ा मुद्दा नहीं : वशिष्ठ नारायण सिंह
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह कहते हैं कि बड़े नेता मिल रहे हैं, तो मंत्रिमंडल का विस्तार कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. बड़े नेता आपसी बातचीत से यह तय कर लेंगे. उन्होंने अरूणाचल प्रदेश की घटना को भूलने का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा और जदयू का गठबंधन काफी दिनों से चल रहा है. बीच में ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, जिसका कोई मायने नहीं है.
मंत्रिमंडल विस्तार समय पर हो जाएगा: तारकिशोर प्रसाद
इधर, भाजपा के नेता और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद भी कहते हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार समय पर हो जाएगा. उन्होंने कहा कि कहीं कोई समस्या नहीं हैं.
सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा और जदयू कोटे से 18 से 20 नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है. मंत्रिमंडल विस्तार में राजग में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी के कोटे से मंत्री बनाए जाने की उम्मीद नहीं है. मंत्रिमंडल में इन दोनों दलों के एक-एक मंत्री पहले से ही हैं.