पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों मीडिया पर खासे नाराज दिख रहे हैं. पिछले कुछ दिनों की तरह वो शुक्रवार को भी अचानक मीडिया पर भड़क गए. रामविलास पासवान के नामांकन के दौरान नीतीश कुमार ने मीडियाकर्मियों को बाहर जाने का फारमान सुना दिया.
सीएम नीतीश कुमार बच्चों की मौत के सवाल पर जवाब देने की जगह मीडिया पर ही भड़क गए. दरअसल, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान शुक्रवार को राज्यसभा के लिए नामांकन करने के लिए पटना में मौजूद थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके बगल में बैठे थे. इसी दौरान पत्रकारों ने चमकी बुखार यानी AES से बच्चों की मौत को लेकर सवाल पूछ लिया. इस सवाल पर नीतीश कुमार भड़क गए. उन्होंने पत्रकारों को नसीहत दे डाली. उन्होंने कहा आप लोग सारी मर्यादा का उल्लघंन कर रहे हैं?...रिटर्निंग अफसर की पीठ पर आप लोग खड़े हो रहे हैं?
मुजफ्फरपुर के अलावा दूसरे जिलों में भी मौत
पिछले चौबीस घंटों में बिहार के अन्य जिलों से एईएस से दो दर्जन से अधिक मौत के मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, पटना, भागलपुर, बांका, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण से बच्चों की मौतों की सूचना है. मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों में लगातार हो रही मौत को रोकने में असफल बिहार की नीतीश सरकार और प्रशासन लोगों के निशाने पर है. नीतीश कुमार से जब बच्चों की मौतों पर सवाल किया गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली.
मुजफ्फरपुर में सीएम का लोगों ने किया था विरोध
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मौत की शुरुआत के 20 दिन बाद मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का दौरा किया. यहां उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था. इलाज करा रहे बच्चों के परिजनों ने नीतीश वापस जाओ के नारे भी लगाए थे. हालांकि, इन सब के बीच अस्पताल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अस्पताल का दौरा कर मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की थी.
नीतीश कुमार ने बच्चों की मौत पर साधी चुप्पी
मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का बढ़ता जा रहा है प्रकोप, 24 घंटे सभी अस्पताल को हाई अलर्ट पर. आज फिर बच्चों की मौत पर नीतीश ने साधी चुप्पी, नहीं दिए सवालों का जवाब. कल भी सवालों से भागे नीतीश कुमार. मुजफ्फरपुर में नेताओं के जाने का सिलसिला जारी, शरद यादव पहुंचे अस्पताल, भारी काफिले को लेकर खड़े हुए सवाल. चमकी बुखार को लेकर एक और याचिका पहुंची सुप्रीम कोर्ट, जल्द से जल्द सुनवाई की मांग.