पटना: सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार (Nitish Kumar Janta Darbar) में आए एक फरियादी ने कहा कि रिटायर्ड होने के बाद भी पैसा नहीं मिल रहा है. इसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें संबंधित कृषि विभाग में जाकर समस्या बताने को कहा जिसे फरियादी ने अस्वीकार कर दिया.
''मुख्यमंत्री जी 2013 से एक पैसा मुझे नहीं मिला है. 2018 में रिटायर्ड कर गए लेकिन कोई सेवा लाभ नहीं मिला है. भीख मांगकर खा रहे हैं. एक बेटा है और एक बेटी है. बेटी बैठी हुई है.''- रिटायर्ड प्रखंड कृषि पदाधिकारी, फरियादी
यह सुनकर सीएम नीतीश कुमार ने पूछा कि आप प्रखंड कृषि पदाधिकारी थे? इसपर फरियादी ने कहा कि जी हां सर. आपकी 20 मीटिंग में, निर्मली में, गोपालगंज में हम मजिस्ट्रेट के रूप में मौजूद थे. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें कृषि विभाग में जाकर अधिकारियों को समस्या बताने को कहा.
फरियादी ने विभाग में शिकायत करने से मना कर दिया. उन्होंने जाने से इंकार करते हुए कहा, ''क्या करेंगे वहां? वही डायरेक्टर हैं, वही सबकुछ हैं. आप हमें एप्लीकेशन दीजिए शिकायत करते हैं. विभाग में तो कतई नहीं जाएंगे. बिहार बहुत बड़ा है. भीख मांगकर खाएंगे.''
फरियादी के इस आचरण से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी नाराज हो गए. उन्होंने कहा ''आप जाइए ना, अपनी बात रखिए ना वहां पर. अरे यहां चिल्लाने का क्या मतलब है. आपको भेज रहे हैं वहां पर जाइए ना.''
इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने अधिकारियों से कहा कि, ''यह कौन टाइप का आदमी है. जरा पूछिए तो. जरा भेजिए तो यह क्या बात कर रहा है. कृषि विभाग से जुड़ा मामला है, वहां जाना नहीं चाहता है. क्या मामला है इसका? जरा समझिए तो.'' इसके बाद कई लोग उपर्युक्त रिटायर्ड व्यक्ति के पास पहुंच गए.