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मोतिहारी चिटफंड घोटालाः 3 गुना लाभ की लालच में 60 हजार महिलाएं ठगी गईं, न्याय मांगने पहुंची JDU ऑफिस

तीन गुना लाभ मिलने की लालच में मोतिहारी की 60 हजार महिलाओं के 100 करोड़ से ज्यादा की राशि एक चिटफंड कंपनी ने गबन कर लिए. इसके बाद न्याय की मांग को लेकर हजारों की संख्या में महिलाएं पटना जदयू कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई. पढ़ें पूरी खबर..

न्याय मांगने पहुंची JDU ऑफिस
न्याय मांगने पहुंची JDU ऑफिस
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Published : Aug 26, 2021, 2:32 PM IST

पटनाः मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन ट्रस्ट ( Mother Teresa Future Foundation Trust ) के द्वारा ठगी का शिकार बनीं हजारों महिलाएं गुरुवार को पटना के प्रदेश कार्यालय पहुंची. जदयू दफ्तर पहुंचकर महिलाओं ने प्रदर्शन करते हुए मंत्रियों से न्याय की गुहार लगाई.

इसे भी पढ़ें- मोतिहारी :137 करोड़ की ठगी का आरोपी निर्भय यादव गिरफ्तार, 60 हजार महिलाओं को लगाया था चूना

प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं ने बताया कि संस्था ने झांसा देकर हर एक महिला से 30 हजार रूपये जमा करवाए. इतना ही नहीं संस्था ने 21 महिलाओं का समूह भी बनाया. हर समूह का एक लीडर बनाया गया, जो पूरे ग्रुप का संचालन करती. इस तरह से उस संस्था से जिले के कुल 60 हजार लोग महिलाएं जुड़ गईं और 100 करोड़ रूपये से अधिक की राशि जमा हुई.

देखें वीडियो

प्रदर्शनकारी महिलाओं ने बताया कि संस्था ने दावा किया था कि राशि जमा करने के बाद हर सदस्य को प्रति महीने उन्हें ढाई हजार रूपये दिए जाएंगे, वहीं लीडर को 12 हजार मिलेंगे. लालच में आकर महिलाओं ने बैंक से कर्ज लेकर ये राशि जमा कर दीं. इधर, फर्जी स्कीम होने के कारण उन्हें पैसे तो मिले नहीं, लोन देने वाली संस्था परेशान कर रही है.

इसे भी पढ़ें- अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे ठगी

महिलाओं ने बताया कि जदयू कार्यालय में लगने वाले जनता दरबार में न्याय की उम्मीद से वे आई हैं. हालांकि, दफ्तर में उन्हें मंत्रियों के द्वारा किसी तरह का आश्वासन (खबर लिखे जाने तक) नहीं मिला है.

बता दें कि जिले के मधुबन और चकिया में मदर टेरेसा नाम से पिछले दो बर्षों से चिटफंड कंपनी का कार्यालय खोलकर निर्भय यादव महिलाओं को ठगी का शिकार बनाता था. वह 20 महिलाओं का एक ग्रुप बनाकर बैंक ( Bharat Finance Company ) से प्रति महिला 30 हजार रुपया लोन दिलवाता था. फिर लोन की राशि में से 22 हजार 500 रुपया ले लेता था, जिस राशि का तीन गुणा रिटर्न देने का लोभ वह महिलाओं को देता था.

ये भी पढ़ें: कैमूर: थानों में डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले दो युवक गिरफ्तार

निर्भय की संस्था से लगभग 60 हजार महिलाओं का 3 तीन हजार ग्रुप जुड़ा हुआ था, लेकिन विगत 14 जुलाई को निर्भय यादव अपने कार्यालय का बोरिया बिस्तर समेट कर फरार हो गया. जिसके बाद से हजारों महिलाओं ने कई दिनों तक मधुबन, चकिया और जिला मुख्यालय पर आंदोलन किया था. पुलिस गिरफ्तार निर्भय यादव से पूछताछ कर रही है. एसपी के अनुसार, अभी पूछताछ चल रही है और ठगी की राशि सौ करोड़ के पार जाने की उम्मीद है.

हालांकि, चिटफंड कंपनी (Chit Fund company) बनाकर हजारों महिलाओं से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले निर्भय यादव और पंकज कुमार को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य अभियुक्त निर्भय यादव मधुबन थाना क्षेत्र का रहने वाला है. निर्भय यादव के घर से कई कागजात जब्त हुए हैं. जबकि पंकज कुमार पिपरा थाना क्षेत्र का रहने वाला है.

इधर, कंधे पर घर चलाने की जिम्मेदारी के कारण महिलाएं परेशान हैं. ईटीवी भारत को महिलाओं ने बताया कि अगर उनके पैसे वापस नहीं मिलते हैं, तो वे आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएंगे.

पटनाः मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन ट्रस्ट ( Mother Teresa Future Foundation Trust ) के द्वारा ठगी का शिकार बनीं हजारों महिलाएं गुरुवार को पटना के प्रदेश कार्यालय पहुंची. जदयू दफ्तर पहुंचकर महिलाओं ने प्रदर्शन करते हुए मंत्रियों से न्याय की गुहार लगाई.

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प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं ने बताया कि संस्था ने झांसा देकर हर एक महिला से 30 हजार रूपये जमा करवाए. इतना ही नहीं संस्था ने 21 महिलाओं का समूह भी बनाया. हर समूह का एक लीडर बनाया गया, जो पूरे ग्रुप का संचालन करती. इस तरह से उस संस्था से जिले के कुल 60 हजार लोग महिलाएं जुड़ गईं और 100 करोड़ रूपये से अधिक की राशि जमा हुई.

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प्रदर्शनकारी महिलाओं ने बताया कि संस्था ने दावा किया था कि राशि जमा करने के बाद हर सदस्य को प्रति महीने उन्हें ढाई हजार रूपये दिए जाएंगे, वहीं लीडर को 12 हजार मिलेंगे. लालच में आकर महिलाओं ने बैंक से कर्ज लेकर ये राशि जमा कर दीं. इधर, फर्जी स्कीम होने के कारण उन्हें पैसे तो मिले नहीं, लोन देने वाली संस्था परेशान कर रही है.

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महिलाओं ने बताया कि जदयू कार्यालय में लगने वाले जनता दरबार में न्याय की उम्मीद से वे आई हैं. हालांकि, दफ्तर में उन्हें मंत्रियों के द्वारा किसी तरह का आश्वासन (खबर लिखे जाने तक) नहीं मिला है.

बता दें कि जिले के मधुबन और चकिया में मदर टेरेसा नाम से पिछले दो बर्षों से चिटफंड कंपनी का कार्यालय खोलकर निर्भय यादव महिलाओं को ठगी का शिकार बनाता था. वह 20 महिलाओं का एक ग्रुप बनाकर बैंक ( Bharat Finance Company ) से प्रति महिला 30 हजार रुपया लोन दिलवाता था. फिर लोन की राशि में से 22 हजार 500 रुपया ले लेता था, जिस राशि का तीन गुणा रिटर्न देने का लोभ वह महिलाओं को देता था.

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निर्भय की संस्था से लगभग 60 हजार महिलाओं का 3 तीन हजार ग्रुप जुड़ा हुआ था, लेकिन विगत 14 जुलाई को निर्भय यादव अपने कार्यालय का बोरिया बिस्तर समेट कर फरार हो गया. जिसके बाद से हजारों महिलाओं ने कई दिनों तक मधुबन, चकिया और जिला मुख्यालय पर आंदोलन किया था. पुलिस गिरफ्तार निर्भय यादव से पूछताछ कर रही है. एसपी के अनुसार, अभी पूछताछ चल रही है और ठगी की राशि सौ करोड़ के पार जाने की उम्मीद है.

हालांकि, चिटफंड कंपनी (Chit Fund company) बनाकर हजारों महिलाओं से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले निर्भय यादव और पंकज कुमार को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य अभियुक्त निर्भय यादव मधुबन थाना क्षेत्र का रहने वाला है. निर्भय यादव के घर से कई कागजात जब्त हुए हैं. जबकि पंकज कुमार पिपरा थाना क्षेत्र का रहने वाला है.

इधर, कंधे पर घर चलाने की जिम्मेदारी के कारण महिलाएं परेशान हैं. ईटीवी भारत को महिलाओं ने बताया कि अगर उनके पैसे वापस नहीं मिलते हैं, तो वे आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएंगे.

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