पटना: बिहार की राजधानी पटना के राजेन्द्र नगर स्थित मोइनुल हक़ स्टेडियम (Moin-ul-Haq Stadium) को विश्वस्तरीय स्टेडियम बनाया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने शुक्रवार को कला संस्कृति विभाग (Department of Art, Culture) की समीक्षा बैठक में मोइनुल हक के जीर्णोद्धार के लिए लगभग 300 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी है. इस स्टेडियम के दर्शक दीर्घा को बहुमंजिला बनाया जाएगा. ताकि दर्शकों के बैठने की क्षमता को बढ़ाया जा सके.
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मोइनुल हक स्टेडियम के जीर्णोद्धार प्रक्रिया के तहत स्टेडियम की लंबाई और चौड़ाई भी बढ़ाई जाएगी. विस्तार के बाद क्रिकेट के अलावा यहां अन्य 10 प्रकार के अन्य खेलों का आयोजन किया जाएगा. इसमें हॉकी, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, लॉन टेनिस, फुटबॉल और एथलेटिक्स खेलों का आयोजन होगा. अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैदान पर 9 पिच भी बनाई जाएंगे जिसपर क्रिकेट के लिए प्रैक्टिस की जा सकेगी. बताते चलें कि स्टेडियम को विश्वस्तरीय बनाने की प्रक्रिया के तहत मेन स्टेडियम के अलावा भी बाहर में कई छोटे ग्राउंड भी बनाए जाएंगे. पार्किंग की बेहतर व्यवस्था विकसित की जाएगी.
स्टेडियम परिसर में फाइव स्टार होटल की भी सुविधा विकसित की जाएगी. ताकि जब अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैचों के आयोजन हो तो सभी खिलाड़ियों को बाहर दूसरे स्थान पर न ठहरना पड़े. फाइव स्टार होटल के अलावा दर्शकों के लिए रेस्टोरेंट और खाने-पीने की भी व्यवस्था विकसित की जाएगी.
स्टेडियम के विकास को लेकर जो डिजाइन तैयार की गई है उसमें स्टेडियम के ड्रेनेज सिस्टम को वर्ल्ड क्लास बनाने की बात कही गई है. बताते चलें कि मोइनुल हक स्टेडियम के बदहाली के पीछे इसका खराब ड्रेनेज सिस्टम एक प्रमुख वजह है. वर्तमान समय में हल्की बारिश के बाद कई दिनों तक स्टेडियम परिसर में जलजमाव की स्थिति कायम हो जाती है. अभी के समय भी स्टेडियम कई सारे हिस्से पानी में जलमग्न हैं. मोटर से पानी निकालने का कार्य चल रहा है. मोइनुल हक स्टेडियम की दीवार कई जगह से डैमेज नजर आ रही है. ऐसे में इसका जीर्णोद्धार होना जरूरी भी हो गया है.
बताते चलें कि इस स्टेडियम में आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 1996 में केन्या और जिंबाब्वे के बीच खेला गया था और यह वर्ल्ड कप का मैच था. इसके बाद इस स्टेडियम में कई सारे खेल संगठन आ गए और फिर यह खेल मैदान राजनीति का शिकार हो गया. शुक्रवार को कला संस्कृति विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की तर्ज पर मोइनुल हक स्टेडियम को भी विकसित करने का निर्देश दिया है. अब देखना यह है कि कब तक यह स्टेडियम विश्वस्तरीय बन पाता है और कब तक इसकी खोई हुई गरिमा वापस आ पाती है.
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