पटना: बिहार में शिक्षा को लेकर तेजस्वी यादव हमेशा ही सवाल उठाते रहते हैं. पर उनकी पार्टी कितनी पढ़ी-लिखी है यह किसी से छिपी नहीं है.
आरजेडी नेताओं के पढ़े-लिखे होने पर सत्ता पक्ष हमेशा सवाल उठता रहा है. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की चिट्ठी वायरल हो रही है, जो उन्होंने लालू यादव की रिहाई के लिए राष्ट्रपति को लिखी थी. अब एक पोस्टर पटना में लगाया गया है जिसमें गलतियों की भरमार है.
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कहां-कहां हुई हैं गलतियां
पोस्टर में नहीं की जगह (नही) है, खालिस्तानी के बदले (खलिस्तानी) है. इसी तरह रुपये की जगह (रूपया) लिखा है. तूने के बदले (तुने) का इस्तेमाल हुआ है. इसके साथ-साथ कानूनों की जगह (कानुनों) को अंकित किया गया है.
पोस्टर लगाने से पहले पढ़ते हैं नेता?
सवाल उठता है कि आखिर जब नेता इस तरह के पोस्टरों को पटना में लगाते हैं क्या उसे पढ़ते नहीं है. अगर पढ़ते हैं तो फिर इतनी गलतियां क्यों होती है.