पटना: बिहार के स्वास्थ्य विभाग से एक बड़ी खबर सामने आई है. स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार के तमाम मेडिकल कॉलेजों में ड्यूटी से गायब रहने वाले शिक्षकों, सीनियर रेजिडेंटों और जूनियर डॉक्टरों की वेतन वृद्धि पर रोक लगाई है और 1 सप्ताह की मानदेय कटौती भी की गई है.
स्वास्थ्य विभाग ने की बड़ी कार्रवाई
स्वास्थ्य विभाग ने 4 दण्डादेश अधिसूचना के तहत 9 प्राध्यापकों, 14 सह-प्राध्यपकों और 3 सहायक प्राध्यापक और रेजिडेंटों पर कार्रवाई करते हुए उनके वेतन वृद्धि पर रोक लगाने का निर्देश जारी किया है. इसके अलावा 75 चिकित्सक शिक्षकों, ट्यूटर, सीनियर रेजिडेंट और 36 जूनियर रेजिडेंटों पर कार्रवाई करते हुए उनलोगों का 1 सप्ताह के मानदेय कटौती के साथ ही भविष्य में गलती दोहराने के प्रति आगाह भी किया है.
इन महाविद्यालयों में हुई कार्रवाई
विभाग ने श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय मुजफ्फरपुर, राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय बेतिया, वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी, नालंदा, जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय भागलपुर, नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय पटना और अनुग्रह नारायण मगध चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल गया के प्रोफेसर, रेजिडेंटों और डॉक्टरों पर यह कार्रवाई की गई है. साथ हीं, भविष्य में ऐसी गलती दोहराने के प्रति चेतावनी भी दी है.
एमसीआई ने किया था मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण
दरअसल बीते माह एमसीआई ने विभिन्न मेडिकल कॉलेजों का निरीक्षण किया था, जिसमें भारी संख्या में मेडिकल कॉलेजों में सीनियर रेजिडेंट, प्रोफेसर और अध्यापक अनुपस्थित पाए गए थे. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लिया और बड़ी कार्रवाई की.