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अपनी शादी की 49वीं सालगिरह मना रहे हैं लालू-राबड़ी, शुभकामनाओं का तांता

आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव (RJD chief Lalu Prasad Yadav) और पूर्व सीएम राबड़ी देवी आज अपनी शादी की 49वीं सालगिरह मना रहे हैं. राजद सुप्रीमो की शादी एक जून 1973 को हुई थी. लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की शादी अरेंज मैरेज थी. इस मौके पर आरजेडी की ओर शुभकामाएं दी गयी हैं. पढ़ें पूरी खबर.

Lalu Prasad Yadav and Rabri Devi 49th wedding anniversary
Lalu Prasad Yadav and Rabri Devi 49th wedding anniversary
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Published : Jun 1, 2022, 3:32 PM IST

पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व सीएम राबड़ी देवी बुधवार को अपनी शादी की 49वीं सालगिरह (Lalu Prasad Yadav and Rabri Devi 49th wedding anniversary) मना रहे हैं. राजद सुप्रीमो की शादी एक जून 1973 को हुई थी. उस वक्त लालू यादव की उम्र 25 साल और राबड़ी देवी 14 साल की थीं. दोनों की शादी अरेंज मैरेज थी. आज सालगिरह के मौके पर लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के लिए बधाइयों का तांता लगा है. 49 साल के इस वैवाहिक जीवन के सफर में लालू यादव और राबड़ी देवी ने कई उतार-चढ़ाव देखे. ये मौका इस बार इसलिए भी खास है क्योंकि लंबे समय के बाद लालू यादव परिवार के साथ पटना में हैं.

ये भी पढ़ें: माले और कांग्रेस ने बढ़ायी लालू की मुसीबत, कहा- 'एक सीट पर चाहिए हमारा उम्मीदवार'

लालू के लकी रहीं राबड़ी: लालू प्रसाद के लिए राबड़ी देवी हमेशा लकी रहीं. राबड़ी देवी से नाता जुड़ते ही लालू को पहली सफलता पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में जीत के रूप में मिली. उन्‍हें अध्यक्ष चुना गया था. छात्र राजनीति के जरिए ही लालू प्रसाद लोक नायक जयप्रकाश नारायण के संपर्क में आए. इमरजेंसी के वक्त लालू यादव इंदिरा गांधी के विरोध में शामिल हुए. लालू ने जयप्रकाश नारायण के कहने पर जनता पार्टी ज्वाइन की थी और 1977 में महज 29 साल की आयु में सांसद चुने गए थे.

लालू यादव के तंगहाली के दिनों में राबड़ी देवी उनके साथ खुशी-खुशी रहीं. कभी को शिकायत नहीं की. राबड़ी देवी के इस व्यवहार के लालू यादव कायल रहे. शादी की सालगिरह हो या जन्मदिन अथवा कोई और मौका, दोनों इस खास अवसर पर गुलाब देते हैं. राबड़ी देवी अपने पति लालू यादव को लाल गुलाब देती हैं.

परिजन थे नाराज: लालू प्रसाद की शादी भले ही अरेंज मैरेज थी लेकिन इसमें जबरदस्त हंगामा हुआ था. राबड़ी देवी के कई परिजन इस बात से नाराज थे कि दूल्हा साधारण परिवार से है. राबड़ी देवी के चाचा ने तो शादी के दिन भी इस फैसले का विरोध किया था. दरअसल, राबड़ी देवी एक संपन्न परिवार से थीं जबकि लालू यादव गरीब और साधारण घर से थे. उस वक्त लालू परिवार को एक-एक पैसे की तंगी थी. उनका घर भी झोपड़ी का था.

पिता ने किसी की न सुनी: लालू प्रसाद को दामाद के रूप में राबड़ी देवी के पिता ने पसंद किया था. उन्होंने विरोध कर रहे परिजनों को दो टूक कह दिया कि लड़के का परिवार भले ही गरीब है, लेकिन लड़का होनहार है. शादी के बाद धीरे-धीरे राबड़ी देवी के परिवार के लोग लालू प्रसाद को स्वीकार कर लिया. लालू प्रसाद की शादी में उनको ससुराल से खूब उपहार मिला था. राबड़ी देवी के पिता ने शादी के समय सोना, 20 हजार रुपए नकदी, पांच बीघा जमीन और दो गायें उपहार में दी थीं.

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पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व सीएम राबड़ी देवी बुधवार को अपनी शादी की 49वीं सालगिरह (Lalu Prasad Yadav and Rabri Devi 49th wedding anniversary) मना रहे हैं. राजद सुप्रीमो की शादी एक जून 1973 को हुई थी. उस वक्त लालू यादव की उम्र 25 साल और राबड़ी देवी 14 साल की थीं. दोनों की शादी अरेंज मैरेज थी. आज सालगिरह के मौके पर लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के लिए बधाइयों का तांता लगा है. 49 साल के इस वैवाहिक जीवन के सफर में लालू यादव और राबड़ी देवी ने कई उतार-चढ़ाव देखे. ये मौका इस बार इसलिए भी खास है क्योंकि लंबे समय के बाद लालू यादव परिवार के साथ पटना में हैं.

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लालू के लकी रहीं राबड़ी: लालू प्रसाद के लिए राबड़ी देवी हमेशा लकी रहीं. राबड़ी देवी से नाता जुड़ते ही लालू को पहली सफलता पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में जीत के रूप में मिली. उन्‍हें अध्यक्ष चुना गया था. छात्र राजनीति के जरिए ही लालू प्रसाद लोक नायक जयप्रकाश नारायण के संपर्क में आए. इमरजेंसी के वक्त लालू यादव इंदिरा गांधी के विरोध में शामिल हुए. लालू ने जयप्रकाश नारायण के कहने पर जनता पार्टी ज्वाइन की थी और 1977 में महज 29 साल की आयु में सांसद चुने गए थे.

लालू यादव के तंगहाली के दिनों में राबड़ी देवी उनके साथ खुशी-खुशी रहीं. कभी को शिकायत नहीं की. राबड़ी देवी के इस व्यवहार के लालू यादव कायल रहे. शादी की सालगिरह हो या जन्मदिन अथवा कोई और मौका, दोनों इस खास अवसर पर गुलाब देते हैं. राबड़ी देवी अपने पति लालू यादव को लाल गुलाब देती हैं.

परिजन थे नाराज: लालू प्रसाद की शादी भले ही अरेंज मैरेज थी लेकिन इसमें जबरदस्त हंगामा हुआ था. राबड़ी देवी के कई परिजन इस बात से नाराज थे कि दूल्हा साधारण परिवार से है. राबड़ी देवी के चाचा ने तो शादी के दिन भी इस फैसले का विरोध किया था. दरअसल, राबड़ी देवी एक संपन्न परिवार से थीं जबकि लालू यादव गरीब और साधारण घर से थे. उस वक्त लालू परिवार को एक-एक पैसे की तंगी थी. उनका घर भी झोपड़ी का था.

पिता ने किसी की न सुनी: लालू प्रसाद को दामाद के रूप में राबड़ी देवी के पिता ने पसंद किया था. उन्होंने विरोध कर रहे परिजनों को दो टूक कह दिया कि लड़के का परिवार भले ही गरीब है, लेकिन लड़का होनहार है. शादी के बाद धीरे-धीरे राबड़ी देवी के परिवार के लोग लालू प्रसाद को स्वीकार कर लिया. लालू प्रसाद की शादी में उनको ससुराल से खूब उपहार मिला था. राबड़ी देवी के पिता ने शादी के समय सोना, 20 हजार रुपए नकदी, पांच बीघा जमीन और दो गायें उपहार में दी थीं.

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