पटना: हम प्रमुख जीतनराम मांझी ने आशंका जाहिर की है कोरोना के नाम पर बिहार में विधानसभा चुनाव टालने की एक सियासी साजिश रची जा रही है. लॉकडाउन के दौरान सत्ताधारी दल तो काम के बहाने अपनी राजनीति चमका रहे हैं, लेकिन विपक्ष को बाहर निकलने से रोका जा रहा है. इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार की तारीफ भी की.
विधानसभा चुनाव टालने की साजिश
जीतनराम मांझी ने ईटीवी भारत के रीजनल एडिटर ब्रज मोहन सिंह के साथ खास बातचीत में कहा कि 17 मई के बाद लॉकडाउन को न बढ़ाया जाए. उन्होंने कहा कि 17 मई के बाद अगर राजनीतिक गतिविधि शुरू नहीं हो पाई तो समझा जाएगा कि केंद्र बिहार को राष्ट्रपति शासन की ओर ले जाना चाहता है. ऐसी स्थिति में मैं ये जरूर कहूंगा कि केंद्र की बीजेपी सरकार बिहार में राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है.
को-ऑर्डिनेशन कमिटी की मांग पर कायम
महागठबंधन में तकरार के सवाल पर हम प्रमुख ने कहा कि राजनीति में थोड़ा-बहुत चलता रहता है. लेकिन मैं ये जरूर कहना चाहता हूं कि को-ऑर्डिनेशन कमिटी बहुत जरूरी है. ताकि कॉमन मुद्दों पर मिलकर बीजेपी-जेडीयू के खिलाफ आंदोलन करेंगे. मैं अपनी मांग पर अभी भी कायम हूं.
'लालूजी के साथ अन्याय हो रहा'
मांझी ने कहा कि आरजेडी चीफ लालू प्रसाद के साथ अन्याय हो रहा है. कई लोगों को परोल और ज़मानत मिली हैं, लेकिन उन्हें रिहा नहीं किया जा रहा है. यह ठीक नहीं है, इससे लोगों में मायूसी है.
...मुश्किल समय में गैर मौजूद रहते हैं तेजस्वी
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को लेकर मांझी ने कहा कि वे तेज-तर्रार और काम करने वाले नेता हैं, लेकिन पता नहीं क्यों वे क्राइसिस के वक्त सूबे से अनुपस्थित हो जाते हैं. जबकि ऐसे मौकों पर उन्हें जनता के बीच रहना चाहिए. इस बात को लेकर लोगों में भी कई प्रकार की बातें होती रहती हैं.
राजनीति संभावनाओं का खेल
पूर्व सीएम ने बिहार चुनाव को लेकर किसी नए समीकरण से इनकार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल हैं, कुछ भी हो सकता है. 17 मई के बाद इस बारे में कुछ कहा जा सकता है.
अच्छा काम कर रहे हैं नीतीश
वहीं, नीतीश कुमार से नजदीकी के सवाल पर जीतनराम मांझी ने कहा कि वे मुख्यमंत्री हैं तो काम के लिए उनसे मिलता रहता हूं. राजनीतिक विरोध अपनी जगह है, लेकिन इसमें कोई शक नहीं नीतीश जी अच्छा काम कर रहे हैं. उनकी सोच में कोई गड़बड़ी है. जबतक वे सीएम रहेंगे, जनहित के मुद्दों को लेकर उनसे मिलते ही रहेंगे.
कौन हैं जीतनराम मांझी?
जीतनराम मांझी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू की करारी हार के बाद नीतीश कुमार ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. उनकी जगह मांझी को मुख्यमंत्री बनाया गया था. हालांकि बाद में फरवरी 2015 में विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें पद छोड़ना पड़ा. फिर उन्होंने हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा का गठन किया और बीजेपी के साथ मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ा. फिलहाल वे गया के इमामगंज से विधायक हैं.