पटना : जदयू से आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद भी जनता दल यूनाइटेड में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. कभी सीएम नीतीश कुमार के खास रहे आरसीपी सिंह अब जेडीयू पर हमलावर हैं. वहीं, जदयू के नेता भी रामचंद्र प्रसाद सिंह पर तंज कसने में पीछे नहीं रह रहे हैं. इसी क्रम में जदयू प्रवक्ता मंजीत सिंह ने आरसीपी पर निशाना साधते हुए कहा (JDU Spokesperson Manjit Singh Targeted RCP) कि देहात में कहावत है, खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे. भ्रष्टाचार पर जब पार्टी ने उनसे जवाब मांगा तब उन्होंने इस्तीफा सौंप दिया. यदि बातों में सत्यता नहीं थी तो उनको पार्टी को जवाब देना चाहिए था.
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'भ्रष्टाचार को लेकर जदयू का जीरो टॉलरेंस की नीति रही है और जब भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, चाहे पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ही क्यों ना हो मामला गंभीर था, उन्हें जवाब देना चाहिए था. आरसीपी सिंह पूरी तरफ फ्रस्ट्रेटेड हो गए हैं. अनाप-शनाप बोलते रहेंगे, उसको जनता दल कोई नोटिस लेने वाला नहीं है. लेकिन उन पर जो आरोप लगे हैं, वह गंभीर है. उन्हें आज भी उसका जवाब देना चाहिए और बिहार की जनता को बताना चाहिए कि अकूत संपत्ति कहां से और कैसे खरीदी है.'
जेडीयू प्रवक्ता ने RCP पर कसा तंज : आरसीपी सिंह ने पार्टी में कोई गतिविधि नहीं होने का आरोप भी लगाया था. कार्यकर्ता के परेशान होने की बात भी कही थी, उस पर भी मंजीत सिंह का कहना है कि जब से ललन सिंह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं, लगातार कार्यक्रम हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि जनता दल यूनाइटेड से अब आरसीपी सिंह को क्या लेना-देना नहीं है. जितना नुकसान पहुंचाना था, पार्टी को पहुंचा दिया. अब राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में जनता दल का विस्तार हो रहा है. आरसीपी सिंह के बयान का कोई मतलब नहीं है. मंजीत सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह न तो बिहार के लिए कोई चुनौती है और ना ही जदयू के लिए, वो पूरी तरह अकेले हैं, उनमें कोई दमखम नहीं है.
'JDU डूबता हुआ जहाज' : गौरतलब है कि जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से जवाब मांगा था. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने संपत्ति को लेकर उनसे जवाब-तलब किया था. जवाब देने से पहले आरसीपी सिंह ने जेडीयू से तौबा कर लिया. अपना इस्तीफा देते हुए आरसीपी सिंह ने तो यहां तक कह डाला कि 7 जन्म तक सीएम नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे (RCP Singh Attack On Nitish Kumar).
क्या है आरसीपी सिंह संपत्ति विवाद : बता दें कि बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह को एक पत्र लिखा था. पत्र में कहा गया है कि नालंदा जिले के दो जेडीयू नेताओं ने सबूतों के साथ उनके खिलाफ शिकायत की. शिकायत में कहा गया कि आरसीपी सिंह ने उनके और उनके परिवार के नाम पर साल 2013 से 2022 के बीच अकूत अचल संपत्ति अर्जित की. इसमें कई तरह की गड़बड़ियां. इस मामले में जेडीयू ने आरसीपी सिंह को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया. प्रदेशाध्यक्ष उमेश सिंह ने कहा कि वे जल्द से जल्द उनके और उनके परिवार से जुड़ी संपत्ति के मामले में अपनी राय स्पष्ट करें और पार्टी आलाकमान को इस बारे अवगत कराएं. इसी बीच आरसीपी ने इस्तीफा दे दिया.