नई दिल्ली: बिहार के सीतामढ़ी से जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ( JDU MP Sunil Kumar Pintu ) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जातीय जनगणना ( Caste Census ) होनी चाहिए. केंद्र सरकार इसको कराये, अगर केंद्र सरकार ( PM Narendra Modi ) जाति जनगणना नहीं कराएगी तो बिहार सरकार खुद जाति जनगणना कराएगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) खुद जातीय जनगणना बिहार में करवाएंगे.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार केंद्र सरकार के निर्णय का इंतजार कर रही है. केंद्र सरकार निर्णय नहीं लेगी तो बिहार सरकार जातीय जनगणना बिहार में करवा देगी. आजादी के 75 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं. तब से दलित, पिछड़े, शोषित दबे कुचले लोगों की संख्या कितनी है यह पता नहीं चल पाया है. जिसके चलते उनको सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, इसलिए जातीय जनगणना बहुत जरूरी है.
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उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना होगा तो अनुसूचित जाति एवं जनजाति के अलावा अन्य जो कमजोर वर्ग की जातियां हैं उनकी वास्तविक संख्या के आधार पर विकास कार्यक्रम बनाने में मदद मिलेगी. इसी के लिए यह मांग जदयू जोर-शोर से कर रही है. बिहार विधानसभा से दो बार सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेज दिया गया है कि जातीय जनगणना कराई जाए.
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बता दें कि जातीय जनगणना कराने की मांग जदयू लगातार कर रही है. विपक्षी दलों की भी यही मांग है. इसको लेकर बीजेपी और जदयू के बीच तकरार बढ़ रहा है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल लेकर पीएम मोदी से जातीय जनगणना के मुद्दे पर मिलना चाहते हैं.