पटना: संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की जयंती (Bhimrao Ambedkar Jayanti) पर देशभर में उनको श्रद्धांजलि दी गई. राजनीतिक जगत से जुड़े लोगों ने भी बाबा साहब की जयंती मनायी. जेडीयू दफ्तर में भी नेताओं ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. जेडीयू का कर्पूरी सभागार (Karpoori Auditorium Patna) में नेताओं का जमावड़ा लगा.
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जेडीयू पार्टी दफ्तर में भव्य समारोह: कार्यक्रम में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU National President Lalan Singh), पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी मौजूद थे.मौका तो बाबा साहेब की जयंती का था, लेकिन इस मौके पर सियासत भी खूब हुई. जेडीयू नेताओं ने जयंती के बहाने अपनी मांगों को भी रखा.
CM नीतीश ने की दलितों की चिंता: इस मौके पर भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी (Minister Ashok Choudhary) ने कहा कि दलितों की चिंता सबसे ज्यादा नीतीश कुमार ने की है. जब हमारे नेता सरकार में आए थे तब अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग का बजट 40 करोड़ का था और आज की तारीख में ये 4000 गुना बढ़ चुका है.
उपेंद्र कुशवाहा का जुडिशल सिस्टम पर सवाल: जेडीयू पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने जुडिशल सिस्टम पर सवाल खड़े किए. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आईएएस और आईपीएस तो संविधान के हिसाब से नियुक्त होते हैं. लेकिन, न्यायाधीशों की नियुक्ति संविधान के हिसाब से नहीं होती है. ऑल इंडिया जुडिशल सर्विस के जरिए जजों की नियुक्ति होनी चाहिए और आरक्षण का भी प्रावधान किया जाना चाहिए.
ललन सिंह ने की स्पेशल स्टेटस की मांग: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि भीमराव अंबेडकर के सपनों का साकार करने का श्रेय अगर देश में किसी एक आदमी हो जाता है तो वह नीतीश कुमार हैं. ललन सिंह ने कहा कि बगैर स्पेशल स्टेटस के अंबेडकर के सपनों का बिहार नहीं बन सकता है. बिहार को जब तक विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा तब तक बिहार विकसित नहीं होगा.
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