पटना: बिहार की राजधानी पटना का सियासी पारा गर्म है. जेडीयू और बीजेपी के नेताओं की बयानबाजी जारी है. इसी कड़ी में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बयान पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी का कटाक्ष आया, जिस पर अब फिर से जेडीयू नेता नीरज कुमार ने भी पलटवार(JDU leader Counter Attack on Sushil Modi statement) किया है. नीरज कुमार ने कहा है कि 9 अगस्त के बाद से भाजपा खेमे में बेचैनी है जिस तरीके से नीतीश कुमार राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष को गोलबंद करने में जुटे हैं वैसे में पीएम मोदी की चिंता भी बढ़ गई है.
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बढ़ गई है बीजेपी नेताओं की बेचैनीः जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि 9 अगस्त के बाद से भाजपा खेमे में बेचैनी है जिस तरीके से नीतीश कुमार राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष को गोलबंद करने में जुटे हैं वैसे में पीएम मोदी की चिंता भी बढ़ गई है और केरल में उनके बयान से स्थिति स्पष्ट भी हो गई थी. जब प्रधानमंत्री ही चिंतित हैं तो भाजपा के दूसरी पंक्ति के नेता के लिए चिंता होना लाजमी है. जहां तक लोकसभा चुनाव का सवाल है तो समय आने पर पार्टी के स्तर पर तय किया जाएगा.
"नौ अगस्त के बाद से भाजपा खेमे में बेचैनी है जिस तरीके से नीतीश कुमार राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष को गोलबंद करने में जुटे हैं वैसे में पीएम मोदी की चिंता भी बढ़ गई है और केरल में उनके बयान से स्थिति स्पष्ट भी हो गई थी" - नीरज कुमार, जेडीयू नेता
बिहार में डर गए हैं नीतीश कुमारः सुशील मोदी ने ललन सिंह के नीतीश कुमार के बारे में फूलपुर या मिर्जापुर से चुनाव लड़ने की बात पर कहा कि बिहार में नीतीश जी डर गए हैं. बिहार में उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में दो सीट भी नहीं ला पाएगी. उनके सहयोगियों ने उनको सुझाव दिया है या अखिलेश यादव ने उन्हें आमंत्रित किया है फूलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए, तो जाएं चुनाव लड़ें, वहां उनकी जमानत भी नहीं बचेगी. नीतीश जी आप हिन्दुस्तान में जहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं लड़ें, लेकिन बीजेपी आपको छोड़ेगी नहीं. जिनलोगों ने भी बीजेपी की पीठ में छुरा भोंकने का काम किया है बीजेपी उसे छोड़ेगी नहीं. आपकी जमानत जब्त कराकर दम लेगी.
समाजवादी पार्टी के गढ़ आजमगढ़ में भी बीजेपी की हुई है जीतः सुशील मोदी ने कहा, अभी हाल में आजमगढ़ और रामपुर का लोकसभा का चुनाव हुआ था, जो समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है. दोनों जगह समाजवादी पार्टी का सफाया हो गया और बीजेपी चुनाव जीत गई. इतना ही नहीं पिछले लोकसभा चुनाव में बुआ और बबुआ यानी की मायावती और अखिलेश की जोड़ी को बहुत प्रचारित किया गया, लेकिन क्या हश्र हुआ. बीजेपी 64 सीट जीत गई. इससे पहले अखिलेश यादव ने हाथ मिलाया था कांग्रेस के साथ और नारा लगाया था, यूपी को ये जोड़ी पसंद है. क्या हुआ उस चुनाव में कांग्रेस का सभी जानते हैं. कांग्रेस का सफाया हो गया.
''नीतीश कुमार बिहार से डर गए हैं, इसलिए यूपी से चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं. लेकिन अभी बता दें, कि नीतीश जी की वहां जमानत भी नहीं बचेगी. बिहार में उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में दो सीट भी नहीं ला पाएगी'' -सुशील मोदी, बीजेपी के राज्यसभा सांसद