पटनाः बिहार की सत्ताधारी दल जदयू को मणिपुर में भी राज्य की मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा मिल गया है. भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है. आयोग ने मणिपुर में जदयू के 2020 के विधानसभा चुनाव में हुए प्रदर्शन को देखते हुए यह दर्जा प्रदान किया है. मणिपुर से पहले जदयू को बिहार के अलावा अरुणाचल में भी राज्यस्तरीय पार्टी का दर्जा मिला हुआ है. इस तरह जदयू को पूरे देश में 3 राज्यों में मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा अब मिल गया है.
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मणिपुर में जदयू को मिली थी 6 सीटें: मणिपुर में जदयू ने 2022 के विधानसभा चुनाव में 6 सीटें जीती थी और कुल 10.69% वोट प्राप्त हुआ था. जदयू की तरफ से 36 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे गए थे. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को आयोग ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि बिहार और अरुणाचल प्रदेश में जदयू को रजिस्टर्ड मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा पहले से प्राप्त है. इसका चुनाव चिह्न तीर है. इलेक्शन सिंबल आदेश 1968 के प्रावधानों के आलोक में जदयू को आयोग ने यह दर्जा प्रदान किया है.
अरुणाचल प्रदेश में भी प्राप्त है मान्यताः जदयू को बिहार के अलावा अरुणाचल प्रदेश में पहले से मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा मिला हुआ है. अब मणिपुर में भी यह दर्जा प्राप्त हो गया है. बिहार में तो जदयू पिछले 17 सालों से सत्ता में बनी हुई है. अरुणाचल में भी पार्टी को पिछले विधानसभा चुनाव में 7 सीटों पर जीत मिली थी. हालांकि उसमें से छह विधायक बीजेपी में शामिल हो गए, लेकिन अभी भी वहां राज्यस्तरीय पार्टी का दर्जा मिला हुआ है.
राष्ट्रीय पार्टी बनने की ओर जदयूः जदयू राष्ट्रीय पार्टी बनने के काफी करीब पहुंच गई हैं. बता दें कि राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त करने के लिए चार राज्यों में मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा होना जरूरी है. जदयू की ओर से अब नागालैंड की तैयारी उसी उद्देश्य की जा रही है.