पटना: बिहार में एआईएमआईएम के 4 विधायक आरजेडी में शामिल हो गए हैं. प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान को छोड़कर सभी चारों विधायक आधिकारिक तौर पर आरजेडी में शामिल हो गए. जिसके बाद बिहार में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. इसको लेकर बिहार में सियासत तेज है. बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग (Minority Welfare Department) के मंत्री जमा खान (Minister Jama Khan) का कहना है कि एआईएमआईएम में टूट होने का सरकार पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है (Jama Khan Said Strong Government in Bihar) और ना ही किसी अन्य पार्टी पर इसका कोई असर पड़ेगा. उन्होंने यह बातें एआईएमआईएम के कुल 5 में से 4 विधायकों के राजद में आधिकारिक तौर पर शामिल होने के बाद कही.
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'यह एआईएमआईएम वालों की अपनी सोच है. सरकार काम पर विश्वास करती है. पिछले 15 सालों में जितना काम हुआ है, उतना कोई नहीं किया है. चाहे जिस किसी भी पार्टी की सरकार रही हो. एआईएमआईएम में टूट उनका अपना मामला है. इस बात की जानकारी उनको पहले से ही थी. इस घटना का एनडीए गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. गठबंधन था और गठबंधन रहेगा बाकी सब अफवाह है.' - जमा खान, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री
4 AIMIM विधायक RJD में शामिल : बिहार विधानसभा में एक बार फिर से आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है. क्योंकि एआईएमआईएम के 4 विधायक आरजेडी में शामिल (Four AIMIM MLA joined RJD) हो गए हैं. प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान को छोड़कर सभी चारों विधायक आधिकारिक तौर पर आरजेडी में शामिल हो गए. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) के साथ सभी चारों विधायकों की मुलाकात के बाद ये फैसला हुआ. एआईएमआईएम के चार विधायकों के शामिल होने के बाद आरजेडी के कुल 80 विधायक हो गए हैं.
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