पटना: बीजेपी 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में फतह की तैयारी कर रही है. पार्टी नेता लगातार जीत के दावे भी कर रहे हैं. हालांकि दावों को हकीकत में बदलने के लिए पार्टी की रणनीति मात खाती दिख रही है. प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी के बाद 3 महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब तक प्रदेश कमेटी के गठन की प्रक्रिया अधर में है.
खींचतान के चलते प्रदेश कमेटी के गठन में हो रही है देरी
वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय का कहना है कि बीजेपी जैसी पार्टी प्रदेश कमेटी के गठन में इतनी देर कर रही है यह चौंकाने वाली बात है. मिशन 2020 चुनौती की तरह है. अगर पदाधिकारियों की नियुक्ति और कार्यों का बंटवारा समय रहते नहीं होगा तो पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है.
तय समय पर ही होगा प्रदेश कमेटी का गठन
वहीं बीजेपी नेता और कार्यकर्ता आस लगाए बैठे हैं कि नई कमेटी में उन्हें जगह मिलेगी. लेकिन कार्यकर्ताओं का इंतजार लंबा होता जा रहा है. उम्मीद जताई जा रही थी कि होली के बाद घोषणा कर दी जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल का कहना है कि प्रदेश कमेटी के गठन का जिम्मा प्रदेश अध्यक्ष का है. उचित समय पर वो गठन कर लेंगे. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण ही देर हो रही है,क्योंकि सभी कार्यक्रम रद्द किए गए हैं. वहीं मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि प्रदेश कमेटी के गठन में कोई परेशानी नहीं है उचित समय पर प्रदेश अध्यक्ष निर्णय लेंगे.