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कौन है मधुबनी कांड का 'रावण'? जिसने 'आन' की लड़ाई पर खेली 'खून की होली'

होली से एक दिन पहले पीड़ित परिवार से जुड़े लोगों ने विवादित पोखर से मछली पकड़ा और फायरिंग भी की थी. बताया जाता है कि प्रवीण झा और उसके अन्य सहयोगी इस घटना को 'आन' पर ले लिया, जो होली के दिन 'रक्त चरित्र' में बदल गया.

mastermind praveen jha
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Published : Apr 8, 2021, 12:21 PM IST

पटना: मधुबनी हत्याकांड में अब तक 16 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. अन्य फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. बुधवार को पुलिस ने इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी प्रवीण झा और नवीन झा सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों के नाम प्रवीण झा, नवीन झा, चंदन झा, भोला सिंह और मुकेश साफी है.

आरोपी प्रवीण झा
आरोपी प्रवीण झा

कौन है प्रवीण झा?
प्रवीण झा के बारे में स्थानीय लोग बताते हैं कि वो बजरंग दल का जिलाध्यक्ष भी है और 'रावण सेना' नाम से एक स्थानीय संगठन भी चलाता है. यह संगठन कथित रूप से ब्राह्मणों के हित की बात करता है. बताया जाता है कि प्रवीण झा आगामी पंचायत चुनाव में मुखिया का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था. वो खुद को भावी मुखिया बताता है.

आरोपी प्रवीण झा
आरोपी प्रवीण झा

हत्याकांड में बीजेपी विधायक का नाम
बता दें कि बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत महमदपुर गांव में 29 मार्च को 5 लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में पूर्व मंत्री और बेनीपट्टी के बीजेपी विधायक विनोद नारायण झा का नाम भी सामने आ रहा है. विनोद नारायण झा के ऊपर आरोप लग रहे हैं कि उनकी आरोपियों के साथ सांठगांठ है और वह उनकी मदद कर रहे हैं. विनोद नारायण झा के ऊपर लगे इन्हीं आरोपों को लेकर उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए अपना बचाव किया है.

महमदपुर गांव
महमदपुर गांव

35 नामजद अभियुक्त, अब तक 16 गिरफ्तार
इस हत्याकांड के 35 नामजद अभियुक्तों में से 16 को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस हत्याकांड की वजह से बिहार की राजनीति में भूचाल आया हुआ है. मंगलवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे नरसंहार करार दिया है. उन्होंने पुलिस और प्रशासन के साथ बीजेपी के स्थानीय विधायक पर भी अभियुक्तों को संरक्षण देने के आरोप लगाए हैं.

पीड़ित परिवार
पीड़ित परिवार

पोखर पर कब्जे को लेकर गैंगवार
जानकारी के अनुसार, मधुबनी के बेनीपट्टी के महमदपुर गांव में पोखर में मछली मारने को लेकर विवाद शुरू हुआ था. देखते ही देखते पूरा विवाद गैंगवार में बदल गया. हालांकि बाद में इसे जातीय रंग भी देने की भरपूर कोशिश की गई. कुछ हद तक सियासत करने वाले कामयाब भी रहे. हालांकि एफआईआर में 19 ब्राह्मण, 13 राजपूत, एक ईबीसी और दो एससी आरोपी हैं. ये सच है कि पीड़ित परिवार राजपूत जाति से हैं. स्थानीय के अनुसार, मछलीवाले पोखर पर कब्जे को लेकर दो गांवों के बीच का झगड़ा है. दोनों पोखर पर कब्जे की कोशिश कर रहे थे.

mastermind praveen jha
पीड़ित परिवार के घर के बाहर पुलिस

कहां से शुरू हुआ था विवाद?
जानकारी के अनुसार, नवंबर 2020 पोखर में मछली मारने को लेकर गैबीपुर गांव के दबंगों और महमदपुर गांव के संजय सिंह के बीच विवाद हुआ था. इस मामले में महमदपुर के संजय सिंह और गैबीपुर गांव के मुकेश साफी ने एक दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. जानकारी के अनुसार, मुकेश साफी की शिकायत पर एसी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. इसी मामले में पुलिस ने संजय सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. बताया जाता है कि दूसरी तरफ संजय सिंह ने गैबीपुर गांव के प्रवीण झा समेत गांव के अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की.

जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय बिहार

क्या है मधुबनी हत्याकांड?
गौरतलब है कि होली के दिन महमदपुर गांव में 5 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. मरनेवालों में तीन सहोदर भाई और बाकी चचेरे भाई हैं. आरोप है कि आधे घंटे तक अपराधी महमदपुर गांव में तांडव मचाते रहे और पुलिस घटना के 3 घंटे बाद मौके पर पहुंची. बताया जाता है कि पूरा विवाद पोखर और उसमें पल रही मछलियों पर कब्जे को लेकर है. हालांकि 6 महीने तक मामला शांत रहा, लेकिन होली से एक दिन पहले विवादित पोखर से संजय सिंह के परिवार से जुड़े लोगों ने मछली पकड़ा और फायरिंग भी की थी. बताया जाता है कि प्रवीण झा और उसके अन्य सहयोगी इस घटना को 'आन' पर ले लिया, जो होली के दिन 'रक्त चरित्र' में बदल गया.

डीजीपी संजीव कुमार सिंघल

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आरोपी प्रवीण झा
आरोपी प्रवीण झा

कौन है प्रवीण झा?
प्रवीण झा के बारे में स्थानीय लोग बताते हैं कि वो बजरंग दल का जिलाध्यक्ष भी है और 'रावण सेना' नाम से एक स्थानीय संगठन भी चलाता है. यह संगठन कथित रूप से ब्राह्मणों के हित की बात करता है. बताया जाता है कि प्रवीण झा आगामी पंचायत चुनाव में मुखिया का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था. वो खुद को भावी मुखिया बताता है.

आरोपी प्रवीण झा
आरोपी प्रवीण झा

हत्याकांड में बीजेपी विधायक का नाम
बता दें कि बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत महमदपुर गांव में 29 मार्च को 5 लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में पूर्व मंत्री और बेनीपट्टी के बीजेपी विधायक विनोद नारायण झा का नाम भी सामने आ रहा है. विनोद नारायण झा के ऊपर आरोप लग रहे हैं कि उनकी आरोपियों के साथ सांठगांठ है और वह उनकी मदद कर रहे हैं. विनोद नारायण झा के ऊपर लगे इन्हीं आरोपों को लेकर उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए अपना बचाव किया है.

महमदपुर गांव
महमदपुर गांव

35 नामजद अभियुक्त, अब तक 16 गिरफ्तार
इस हत्याकांड के 35 नामजद अभियुक्तों में से 16 को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस हत्याकांड की वजह से बिहार की राजनीति में भूचाल आया हुआ है. मंगलवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे नरसंहार करार दिया है. उन्होंने पुलिस और प्रशासन के साथ बीजेपी के स्थानीय विधायक पर भी अभियुक्तों को संरक्षण देने के आरोप लगाए हैं.

पीड़ित परिवार
पीड़ित परिवार

पोखर पर कब्जे को लेकर गैंगवार
जानकारी के अनुसार, मधुबनी के बेनीपट्टी के महमदपुर गांव में पोखर में मछली मारने को लेकर विवाद शुरू हुआ था. देखते ही देखते पूरा विवाद गैंगवार में बदल गया. हालांकि बाद में इसे जातीय रंग भी देने की भरपूर कोशिश की गई. कुछ हद तक सियासत करने वाले कामयाब भी रहे. हालांकि एफआईआर में 19 ब्राह्मण, 13 राजपूत, एक ईबीसी और दो एससी आरोपी हैं. ये सच है कि पीड़ित परिवार राजपूत जाति से हैं. स्थानीय के अनुसार, मछलीवाले पोखर पर कब्जे को लेकर दो गांवों के बीच का झगड़ा है. दोनों पोखर पर कब्जे की कोशिश कर रहे थे.

mastermind praveen jha
पीड़ित परिवार के घर के बाहर पुलिस

कहां से शुरू हुआ था विवाद?
जानकारी के अनुसार, नवंबर 2020 पोखर में मछली मारने को लेकर गैबीपुर गांव के दबंगों और महमदपुर गांव के संजय सिंह के बीच विवाद हुआ था. इस मामले में महमदपुर के संजय सिंह और गैबीपुर गांव के मुकेश साफी ने एक दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. जानकारी के अनुसार, मुकेश साफी की शिकायत पर एसी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. इसी मामले में पुलिस ने संजय सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. बताया जाता है कि दूसरी तरफ संजय सिंह ने गैबीपुर गांव के प्रवीण झा समेत गांव के अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की.

जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय बिहार

क्या है मधुबनी हत्याकांड?
गौरतलब है कि होली के दिन महमदपुर गांव में 5 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. मरनेवालों में तीन सहोदर भाई और बाकी चचेरे भाई हैं. आरोप है कि आधे घंटे तक अपराधी महमदपुर गांव में तांडव मचाते रहे और पुलिस घटना के 3 घंटे बाद मौके पर पहुंची. बताया जाता है कि पूरा विवाद पोखर और उसमें पल रही मछलियों पर कब्जे को लेकर है. हालांकि 6 महीने तक मामला शांत रहा, लेकिन होली से एक दिन पहले विवादित पोखर से संजय सिंह के परिवार से जुड़े लोगों ने मछली पकड़ा और फायरिंग भी की थी. बताया जाता है कि प्रवीण झा और उसके अन्य सहयोगी इस घटना को 'आन' पर ले लिया, जो होली के दिन 'रक्त चरित्र' में बदल गया.

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