पटना: बिहार की राजधानी पटना में लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा के जलस्तर (Ganga Water Level) में पिछले 24 घंटे में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. महज 24 घंटे में डेंजर लेवल से लगभग 35 सेंटीमीटर ऊपर गंगा का जलस्तर पहुंच गया है और कई जगह पर बाढ़ (Patna Flood) आ चुकी है.
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राजधानी पटना पर बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है. इसके चारों ओर 5 नदियां बहती हैं. इनमें चार खतरे के निशान (Water Level Of Rivers) को पार कर गई हैं. गंगा, पुनपुन, दरधा और कररुआ नदियों का जलस्तर सोमवार देर रात लाल निशान पार कर गया.
लोगों के घरों में पानी समा गया है. लोग अपने अपने घर और गांव छोड़कर पलायन करने को मजबूर हो चुके हैं. गंगा के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने से पटना बाढ़ के जद्द में आ गया है.
पटना सिटी के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. अनुमान है कि जलस्तर में और वृद्धि होने वाली है. गंगा इस समय उफान पर है. खतरे के निशान से 35 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. तो वहीं गांधी घाट पर 28 सीढ़ियों में से 24 सीढियां डूब चुकी हैं.
घाट पर सैलानियों के लिए बनाए गए मरीन ड्राइव पर भी पानी चढ़ गया है. जिससे आमलोगों की परेशानी बढ़ गई है. बिहार में कई छोटी-बड़ी नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिसके कारण गंगा के जलस्तर में भी काफी तेजी से वृद्धि होने लगी है.
नदियों में पानी का प्रवाह काफी तेजी से हो रहा है. सरकार के द्वारा बनाए गए कुंभक और आस पास के पेड़ पौधे तक पानी में डूबे हुए हैं. सुबह में यहां हजारों की संख्या में लोग टहलने आते थे, लेकिन बाढ़ के पानी के कारण लोगों का यहां आना बंद हो चुका है.
जिस लेबल से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है ऐसे में जरूरी है कि जल्द से जल्द सरकार इस ओर ध्यान दे ताकि डर के साये में रहने वाले पटनावासियों को थोड़ी राहत मिल सके.
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