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KCR को बिहार के इन टॉप-5 अफसरों पर है खुद से ज्यादा भरोसा.. लिख रहे तेलंगाना के विकास की गाथा - etv bharat

तेलंगाना को बिहार के रहने वाले अधिकारी चलाते हैं, ये आरोप पिछले दिनों तेलंगाना कांग्रेस अध्‍यक्ष ए रेवंत रेड्डी (Telangana Congress President A Revanth Reddy) ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (Telangana CM K Chandrashekhar Rao) पर लगाया था. ये आरोप भले ही राजनीतिक हो लेकिन एक सच ये भी है कि टॉप अधिकारियों की लिस्ट में जिन प्रशासनिक अधिकारियों के नाम हैं, उनका ताल्लुक बिहार से है. मुख्य सचिव, डीजीपी और सीएम के सचिव तक इसमें शामिल हैं. पढ़ें ये खास रिपोर्ट...

तेलंगाना को संभाल रहा बिहार का अधिकारी
तेलंगाना को संभाल रहा बिहार का अधिकारी
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Published : Mar 3, 2022, 10:30 PM IST

पटना: बिहार के टैलेंट पर किसी को शक नहीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपना अनुभव कई बार सार्वजनिक रूप से साझा कर चुके हैं. गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में भी बिहार के आईएएस अधिकारियों की चर्चा वे करते रहे हैं. इसके अलावे भी कई राज्यों में बिहार का टैलेंट अपना जलवा दिखा रहा है. वहीं, बिहार के अधिकारियों की वजह से इन दिनों तेलंगाना की राजनीति गरमायी हुई है. तेलंगाना कांग्रेस अध्‍यक्ष ए रेवंत रेड्डी (Telangana Congress President A Revanth Reddy) ने बिहार के अधिकारियों के दबदबे की वजह से मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (Telangana CM K Chandrashekhar Rao) से पूछा कि क्या इस राज्य में एक भी तेलंगाना का आईएएस नहीं है?

ये भी पढ़ें: तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष का KCR पर बड़ा हमला, कहा- 'मुख्‍यमंत्री चंद्रशेखर राव में बिहारी डीएनए है'

काबिलियत के कारण पाते हैं ओहदा: विशेषज्ञ कहते हैं कि सियासी दलों के नेता अपने राजनीतिक फायदे के लिए चाहे जो भी सवाल उठा ले, लेकिन सच यही है कि बिहार के अधिकारी अपने टैलेंट, अपनी मेहनत और कर्तव्य के प्रति निष्ठा की वजह से उच्च पदों को सुशोभित करते हैं. नेताओं को यह समझना चाहिए कि कैडर के हिसाब से राज्यों में उनकी नियुक्ति होती है. जहां तक बात बड़े पदों की है तो वह वहां की सरकार और मुख्यमंत्री तय करते हैं. लिहाजा बेवजह बिहारी टैलेंट या बिहार से जुड़े अधिकारियों पर अंगुली उठाना ठीक नहीं है. बिहार के रहने वाले जिन अधिकारियों को लेकर तेलंगाना में सवाल उठाए जा रहे हैं. आइये जानते हैं कि आखिर वे कौन हैं?

सोमेश कुमार: तेलंगाना के मुख्य सचिव सोमेश कुमार (Chief Secretary of Telangana Somesh Kumar) 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. उनका जन्म 22 दिसंबर 1963 को हुआ था. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मनोविज्ञान में एमए (MA in Psychology) किया है. वे राज्य के पांचवें मुख्य सचिव हैं, 2023 दिसंबर तक पद पर रहेंगे. सोमेश कुमार तेलंगाना में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं. डीआरडीओ में भी 2 साल तक 1987 से 1989 तक साइकोलॉजिस्ट के तौर पर काम कर चुके हैं.

संदीप कुमार सुल्तानिया: तेलंगाना कैडर के आईएएस संदीप कुमार सुल्तानिया को तेज-तर्रार और ऊर्जावान अधिकारियों में से माना जाता है. मु्ख्यमंत्री केसीआर के सचिव हैं और कई विभागों में सेक्रेटरी भी है. वे प्रदेश की प्रतिष्ठित पीवी नरसिंहाराव वेटनरी युनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी हैं. 20 नवंबर 1971 को बिहार में पैदा हुए संदीप कुमार सुल्तानिया एक मेधावी छात्र रहे हैं और उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंसी के अलावे कॉस्ट अकाउंटेंसी व कंपनी सेक्रेटरीशिप भी कर रखी है. 1998 बैच में आईएएस में चुने जाने के बाद उन्हें आंध्र प्रदेश कैडर मिला तो उन्होंने सबसे पहले तेलुगू सीखी. आज वे फर्राटेदार तेलुगू बोलते हैं. उन्होंने आंध्र प्रदेश में चित्तूर के ऐडिशनल कलेक्टर के तौर पर प्रशासन की शुरुआत की. उनके कार्यकाल में आंध्र-प्रदेश ने खुद को देश के टूरिज्म मैप पर 'गेटवे ऑफ साउथ' के तौर पर स्थापित किया. प्रदेश विभाजन के बाद संदीप कुमार सुल्तानिया ने तेलंगाना कैडर चुना और करीब दो वर्षों तक तेलंगाना के ट्रांस्पोर्ट कमिश्नर रहे.

अरविंद कुमार: नगर प्रशासन और शहरी विकास (Municipal Administration and Urban Development) विभाग में विशेष मुख्य सचिव अरविंद कुमार 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. पहले आंध्र प्रदेश और अब तेलंगाना में अपनी सेवा दे रहे हैं. 2009-14 तक भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं. NABARD, ICICI बैंक लिमिटेड, NIACL, SIDBI, NHB और IRDA में भी काम कर चुके हैं. फिलहाल अरविंद कुमार के पास 6 महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी है.

रजत कुमार: सिंचाई विभाग में विशेष मुख्य सचिव रजत कुमार (Special Chief Secretary Rajat Kumar) 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. 12 नवंबर 1963 को जन्मे रजत कुमार ने वाराणसी स्थित आईआईटी (बीएचयू) से बीटेक किया है. हार्वर्ड विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन और अंतर्राष्ट्रीय विकास में मास्टर डिग्री ली. उसके बाद उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की. जहां उन्होंने पूरे विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया. कई महत्वपूर्ण पदों पर वे काम कर चुके हैं.

अंजनी कुमार: हैदराबाद के पुलिस आयुक्त अंजनी कुमार (Hyderabad Police Commissioner Anjani Kumar) 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उन्होंने स्कूली शिक्षा पटना के सेंट जेवियर स्कूल से ली है. वहीं किरोड़ीमल कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय से हायर एजुकेशन लिया है. 28 जनवरी 1966 को जन्मे अंजनी कुमार को 1998-99 में बोस्निया में संयुक्त राष्ट्र के साथ सेवा करते हुए उनको दो बार संयुक्त राष्ट्र शांति पदक से सम्मानित किया गया है.

सोमेश कुमार, अंजनी कुमार, अरविंद कुमार, रजत कुमार और संदीप कुमार सुल्तानिया के अलावे भी कई ऐसे आईएएस और आईपीएस अधिकारी हैं, जिनका संबंध बिहार से है. इनमें जयेश रंजन भी शामिल हैं.

भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की बात करें तो पिछले 10 सालों में 2016 आईएएस अधिकारी चयनित किए गए हैं. माना जाता है कि देश का हर 15वां आईएएस बिहार का रहने वाला है. एक आंकड़े के अनुसार आईएएस कैडर के देश में कुल 4925 के करीब अधिकारी हैं. जिसमें से अकेले बिहार का 462 आईएएस अधिकारी है. केवल तेलंगाना ही नहीं कई राज्यों के मुख्य सचिव बिहार के रह चुके हैं. उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल सिंह और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा भी चर्चा में रहे हैं.

टॉप 5 राज्यों की चर्चा करें तो 2020 तक उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 778 आईएएस अधिकारी थे. बिहार से 416, राजस्थान से 384, तमिलनाडु से 368 और महाराष्ट्र से 323 आईएएस अधिकारी रहे हैं. बिहार से सबसे ज्यादा आईएएस अधिकारी 1987 से 1996 के बीच चुने गए. इस दौरान यूपीएससी के जरिए कुल 983 आईएएस अधिकारियों का चयन हुआ, जिसमें से केवल बिहार से 159 अधिकारी शामिल थे. उस समय बिहार से आईएएस बनने का दर 16 फीसदी से भी अधिक था लेकिन अब 10 प्रतिशत से भी कम रह गया है. 2007 से 2016 के बीच देशभर में 1664 आईएएस अधिकारी चुने गए थे, इसमें बिहार से 125 थे.

ये भी पढ़ें: 'बिहारी डीएनए' वाले बयान पर नेता प्रतिपक्ष का तंज, कहा- 'अज्ञानी ही देता है ऐसा बयान'

एक आंकड़े के अनुसार देश भर के कुल 4925 आईएएस अधिकारियों में से 462 अकेले बिहार से हैं. 2010 से चुने गए आईएएस अधिकारियों में बिहार की स्थिति इस प्रकार से रही. 2010 में कुल 241 में से 17 बिहार के थे. 2011 में कुल 209 में से 19 बिहार से थे. 2012 में कुल 198 में से 8, 2013 में 208 में से 15, 2014 मं 196 में से 20, 2015 में 177 में से 8 आईएएस अधिकारी बिहार से थे. वहीं, 2016 में 175 में से 5, 2017 में 178 में से 13 और 2018 में कुल 173 में से 12 आईएएस अधिकारी बिहार से थे.

ये भी पढ़ें: तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष के बयान पर तमतमाई JDU, समझा दिया 'बिहारी डीएनए' का मतलब

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पटना: बिहार के टैलेंट पर किसी को शक नहीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपना अनुभव कई बार सार्वजनिक रूप से साझा कर चुके हैं. गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में भी बिहार के आईएएस अधिकारियों की चर्चा वे करते रहे हैं. इसके अलावे भी कई राज्यों में बिहार का टैलेंट अपना जलवा दिखा रहा है. वहीं, बिहार के अधिकारियों की वजह से इन दिनों तेलंगाना की राजनीति गरमायी हुई है. तेलंगाना कांग्रेस अध्‍यक्ष ए रेवंत रेड्डी (Telangana Congress President A Revanth Reddy) ने बिहार के अधिकारियों के दबदबे की वजह से मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (Telangana CM K Chandrashekhar Rao) से पूछा कि क्या इस राज्य में एक भी तेलंगाना का आईएएस नहीं है?

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काबिलियत के कारण पाते हैं ओहदा: विशेषज्ञ कहते हैं कि सियासी दलों के नेता अपने राजनीतिक फायदे के लिए चाहे जो भी सवाल उठा ले, लेकिन सच यही है कि बिहार के अधिकारी अपने टैलेंट, अपनी मेहनत और कर्तव्य के प्रति निष्ठा की वजह से उच्च पदों को सुशोभित करते हैं. नेताओं को यह समझना चाहिए कि कैडर के हिसाब से राज्यों में उनकी नियुक्ति होती है. जहां तक बात बड़े पदों की है तो वह वहां की सरकार और मुख्यमंत्री तय करते हैं. लिहाजा बेवजह बिहारी टैलेंट या बिहार से जुड़े अधिकारियों पर अंगुली उठाना ठीक नहीं है. बिहार के रहने वाले जिन अधिकारियों को लेकर तेलंगाना में सवाल उठाए जा रहे हैं. आइये जानते हैं कि आखिर वे कौन हैं?

सोमेश कुमार: तेलंगाना के मुख्य सचिव सोमेश कुमार (Chief Secretary of Telangana Somesh Kumar) 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. उनका जन्म 22 दिसंबर 1963 को हुआ था. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मनोविज्ञान में एमए (MA in Psychology) किया है. वे राज्य के पांचवें मुख्य सचिव हैं, 2023 दिसंबर तक पद पर रहेंगे. सोमेश कुमार तेलंगाना में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं. डीआरडीओ में भी 2 साल तक 1987 से 1989 तक साइकोलॉजिस्ट के तौर पर काम कर चुके हैं.

संदीप कुमार सुल्तानिया: तेलंगाना कैडर के आईएएस संदीप कुमार सुल्तानिया को तेज-तर्रार और ऊर्जावान अधिकारियों में से माना जाता है. मु्ख्यमंत्री केसीआर के सचिव हैं और कई विभागों में सेक्रेटरी भी है. वे प्रदेश की प्रतिष्ठित पीवी नरसिंहाराव वेटनरी युनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी हैं. 20 नवंबर 1971 को बिहार में पैदा हुए संदीप कुमार सुल्तानिया एक मेधावी छात्र रहे हैं और उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंसी के अलावे कॉस्ट अकाउंटेंसी व कंपनी सेक्रेटरीशिप भी कर रखी है. 1998 बैच में आईएएस में चुने जाने के बाद उन्हें आंध्र प्रदेश कैडर मिला तो उन्होंने सबसे पहले तेलुगू सीखी. आज वे फर्राटेदार तेलुगू बोलते हैं. उन्होंने आंध्र प्रदेश में चित्तूर के ऐडिशनल कलेक्टर के तौर पर प्रशासन की शुरुआत की. उनके कार्यकाल में आंध्र-प्रदेश ने खुद को देश के टूरिज्म मैप पर 'गेटवे ऑफ साउथ' के तौर पर स्थापित किया. प्रदेश विभाजन के बाद संदीप कुमार सुल्तानिया ने तेलंगाना कैडर चुना और करीब दो वर्षों तक तेलंगाना के ट्रांस्पोर्ट कमिश्नर रहे.

अरविंद कुमार: नगर प्रशासन और शहरी विकास (Municipal Administration and Urban Development) विभाग में विशेष मुख्य सचिव अरविंद कुमार 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. पहले आंध्र प्रदेश और अब तेलंगाना में अपनी सेवा दे रहे हैं. 2009-14 तक भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं. NABARD, ICICI बैंक लिमिटेड, NIACL, SIDBI, NHB और IRDA में भी काम कर चुके हैं. फिलहाल अरविंद कुमार के पास 6 महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी है.

रजत कुमार: सिंचाई विभाग में विशेष मुख्य सचिव रजत कुमार (Special Chief Secretary Rajat Kumar) 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. 12 नवंबर 1963 को जन्मे रजत कुमार ने वाराणसी स्थित आईआईटी (बीएचयू) से बीटेक किया है. हार्वर्ड विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन और अंतर्राष्ट्रीय विकास में मास्टर डिग्री ली. उसके बाद उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की. जहां उन्होंने पूरे विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया. कई महत्वपूर्ण पदों पर वे काम कर चुके हैं.

अंजनी कुमार: हैदराबाद के पुलिस आयुक्त अंजनी कुमार (Hyderabad Police Commissioner Anjani Kumar) 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उन्होंने स्कूली शिक्षा पटना के सेंट जेवियर स्कूल से ली है. वहीं किरोड़ीमल कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय से हायर एजुकेशन लिया है. 28 जनवरी 1966 को जन्मे अंजनी कुमार को 1998-99 में बोस्निया में संयुक्त राष्ट्र के साथ सेवा करते हुए उनको दो बार संयुक्त राष्ट्र शांति पदक से सम्मानित किया गया है.

सोमेश कुमार, अंजनी कुमार, अरविंद कुमार, रजत कुमार और संदीप कुमार सुल्तानिया के अलावे भी कई ऐसे आईएएस और आईपीएस अधिकारी हैं, जिनका संबंध बिहार से है. इनमें जयेश रंजन भी शामिल हैं.

भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की बात करें तो पिछले 10 सालों में 2016 आईएएस अधिकारी चयनित किए गए हैं. माना जाता है कि देश का हर 15वां आईएएस बिहार का रहने वाला है. एक आंकड़े के अनुसार आईएएस कैडर के देश में कुल 4925 के करीब अधिकारी हैं. जिसमें से अकेले बिहार का 462 आईएएस अधिकारी है. केवल तेलंगाना ही नहीं कई राज्यों के मुख्य सचिव बिहार के रह चुके हैं. उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल सिंह और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा भी चर्चा में रहे हैं.

टॉप 5 राज्यों की चर्चा करें तो 2020 तक उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 778 आईएएस अधिकारी थे. बिहार से 416, राजस्थान से 384, तमिलनाडु से 368 और महाराष्ट्र से 323 आईएएस अधिकारी रहे हैं. बिहार से सबसे ज्यादा आईएएस अधिकारी 1987 से 1996 के बीच चुने गए. इस दौरान यूपीएससी के जरिए कुल 983 आईएएस अधिकारियों का चयन हुआ, जिसमें से केवल बिहार से 159 अधिकारी शामिल थे. उस समय बिहार से आईएएस बनने का दर 16 फीसदी से भी अधिक था लेकिन अब 10 प्रतिशत से भी कम रह गया है. 2007 से 2016 के बीच देशभर में 1664 आईएएस अधिकारी चुने गए थे, इसमें बिहार से 125 थे.

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एक आंकड़े के अनुसार देश भर के कुल 4925 आईएएस अधिकारियों में से 462 अकेले बिहार से हैं. 2010 से चुने गए आईएएस अधिकारियों में बिहार की स्थिति इस प्रकार से रही. 2010 में कुल 241 में से 17 बिहार के थे. 2011 में कुल 209 में से 19 बिहार से थे. 2012 में कुल 198 में से 8, 2013 में 208 में से 15, 2014 मं 196 में से 20, 2015 में 177 में से 8 आईएएस अधिकारी बिहार से थे. वहीं, 2016 में 175 में से 5, 2017 में 178 में से 13 और 2018 में कुल 173 में से 12 आईएएस अधिकारी बिहार से थे.

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