पटना: बिहार में राजनीतिक बयानबाजी चरम पर है. सभी पार्टियां अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पर तल्ख टिप्णणियां कर रही हैं. लोजपा रामविलास के प्रमुख और सांसद चिराग पासवान (LJP Ramvilas President Chirag Paswan) तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) पर तो पिछले कुछ सालों से लगातार हमलावर हैं. बिहार की कानून व्यवस्था और सूबे के विकास को लेकर हमेशा निशाना साधते रहते हैं. अब चिराग पासवान ने सीएम को लेकर एक बयान दिया जिस पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रधान महासचिव दानिश रिजवान ने पलटवार किया है. उन्होंने चिराग पासवान को सलाह (HAM advised LJP Ramvilas MP Chirag Paswan) तक दे डाली है.
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आत्मचिंतन करें चिराग: दानिश रिजवान ने कहा कि मुख्यमंत्री को लेकर इस तरह की टिप्पणी उचित नहीं है. चिराग पासवान अच्छे तरीके से जानते होंगे कि पिछले 2 साल में उनका क्या हाल हुआ है. पार्टी हाथ से गयी, बंगला गया, एनडीए से अलग हो गए. उसके बाद भी उन्हें नहीं पता चल रहा कि सीएम नीतीश कुमार ने उनका क्या उखाड़ लिया है. उन्होंने कहा कि ऐसे बयान हास्यास्पद हैं. जो आदमी ये नहीं समझ सका कि अब उनका हाल क्या है और पहले क्या था, वो मुख्यमंत्री पर टिप्पणी कर रहे हैं. हम प्रवक्ता ने कहा कि चिराग के आत्मचिंतन करने का समय है. उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए जिससे उन्हें पता चलेगा की आखिर क्या हुआ कि उनका ग्राफ दिनोंदिन गिरते चल गया.
चिराग ने सीएम पर कसा था तंज: बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा था कि हमारे पास ऐसे मुख्यमंत्री हैं कि कुर्सी जाने से पहले अगली कुर्सी को तैयार कर लेते हैं. जैसा शुरू से हमने इनके राजनीतिक जीवन में देखा है. कभी एनडीए से अलग हुए, फिर कुर्सी मिली, फिर एनडीए में आ गए लेकिन जब-जब ये मुख्यमंत्री बने, बिहार को और पीछे ले गए.
उन्होंने कहा था कि शिक्षा व्यवस्था चौपट, स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट, युवा को रोजगार नहीं, कोई काम इन्होंने ढंग से नहीं किया. साल 2020 से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और हर बार इनकी कुर्सी की ही चर्चा होती है. कभी युवाओं के रोजगार को लेकर चर्चा नहीं होती है. देश के नौनिहाल की शिक्षा की बात नहीं होती है. फिर आप ही बताइए क्यों लोग चाहे कि वो मुख्यमंत्री बने रहे.
चिराग ने कहा था कि अब उन्हें मुख्यमंत्री नहीं रहना चाहिए. अब उन्हें ये कुर्सी छोड़ देनी चाहिए. जिससे बिहार का कल्याण हो. नए लोगों को काम करने का मौका मिलेगा. बिहार और आगे बढ़ेगा. जिस तरह राज्य में अपराध बढ़े हैं और अपराध को रोकने में मुख्यमंत्री की पुलिस नाकाम है. इन सब बातों पर भी तो मुख्यमंत्री को गौर करना होगा कि अब उनके अधिकारी ही उनकी बात नहीं सुनते हैं. हिदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रधान महासचिव दानिश रिजवान ने उनके इसी बयान पर पलटवार किया.
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