पटना: राजधानी पटना के बुद्धा मार्ग स्थित भव्य बांके बिहारी का इस्कॉन टेंपल (ISKCON Temple of Banke Bihari) का प्रदेश के राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकार्पण (Governor Phagu Chauhan and CM Nitish inaugurated ISKCON Temple) किया. इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा, शिक्षा मंत्री विजय चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, प्रदेश के पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव, विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर आरएन सिंह समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.
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100 करोड़ से ज्यादा की लागत से बना मंदिर: यह दिव्य भव्य मंदिर 100 करोड़ से अधिक की लागत से बना है और इसमें एक साथ 10,000 से अधिक लोगों के अकोमोडेशन की क्षमता है. बहुमंजिला मंदिर का स्वरूप काफी दिव्य है और मंदिर के द्वितीय तल पर स्थित बांके बिहारी के कक्ष में बांके बिहारी की प्रतिमा का स्वरूप भी काफी दिव्य है. इस मंदिर की दिव्यता और भव्यता ऐसी है कि यह माना जा रहा है कि पटना में यह मंदिर एक प्रमुख पर्यटन केंद्र बनेगा.
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण: इस्कॉन मंदिर में मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने बांके बिहारी के गर्भगृह का लोकार्पण किया और इस मौके पर आरती की थाल हाथों में लेकर बांके बिहारी की दोनों गणमान्य सदस्यों ने आरती उतारी. इस्कॉन टेंपल के पुजारियों की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल फागू चौहान और मौजूद सभी मंत्री, विधायकों को पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार शुरू से अध्यात्म की भूमि रही है और यह मंदिर प्रदेश में आध्यात्मिक चेतना के संचार में प्रमुख भूमिका निभाएगा. उन्होंने कहा कि अब उनके लिए गर्व की बात है कि साल 2007 में उन्होंने इस मंदिर का शिलान्यास किया था और आज इस मंदिर का लोकार्पण करने का भी उन्हें अवसर प्राप्त हुआ है.
''निश्चित तौर पर यह मंदिर पूरे बिहार के लिए गौरव का विषय है. भगवान विष्णु के छठे रूप भगवान परशुराम की जयंती है और अक्षय तृतीया का भी शुभ अवसर है. ऐसे में इस मंदिर के लोकार्पण से बिहार वासियों की सद्बुद्धि और सांस्कृतिक विरासत फिर से गौरवशाली स्थान पर पहुंचेगा. भगवान राधे कृष्ण की कृपा से यहां के लोगों के मन के विकार दूर होंगे और सामाजिक सद्भाव के साथ-साथ सामाजिक कल्याण और सब का उत्थान होगा. यह मंदिर का निर्माण बिहार में एक बार फिर से लोगों के आध्यात्मिक चेतना का विकास करेगा और समाज में सकारात्मक माहौल तैयार होगा.''- विजय सिन्हा, अध्यक्ष, बिहार विधानसभा
उत्तर भारत का सबसे बड़ा मंदिर: बता दें कि यह भव्य बांके बिहारी मंदिर पूरे उत्तर भारत का सबसे बड़ा मंदिर है. तीन मंजिला मंदिर में एक भव्य ऑडिटोरियम बना हुआ है, जिसमें 700 लोग बैठ सकते हैं. इसके अलावा एक रेस्टोरेंट है. जिसमें शुद्ध और सात्विक भोजन एक साथ 200 लोग बैठ कर कर सकते हैं. इसमें एक कांफ्रेंस हॉल बनाया गया है. इसके अलावा प्रसाद घर बनाया गया है, जिसमें एक साथ 1000 लोग बैठ कर प्रसाद ग्रहण कर सकते हैं.
500 के करीब सीसीटीवी कैमरा : वहीं, भविष्य की जनसंख्या को देखते हुए मंदिर को डबल डेकर बनाया गया है और इसमें 300 से अधिक गाड़ियों के पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है. साथ ही साथ 500 के करीब सीसीटीवी कैमरा इनस्टॉल है. 70 कमरे का गेस्ट हाउस अतिथियों के लिए बनाया गया है. मंदिर में कुल चार लिफ्ट लगाए गए हैं. दिव्यांगों के लिए यहां सुविधा उपलब्ध है. 15 वर्ष पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2007 में इस भव्य मंदिर का शिलान्यास किया था और आज यह गौरव का क्षण है कि उन्हीं के हाथों ही इसका लोकार्पण भी हुआ है.
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