पटना/नई दिल्ली: बीजेपी नेता गिरिराज सिंह का एक बार फिर से दर्द छलका है. उन्होंने नवादा सीट बदले जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे पीड़ा है. नाराजगी और पीड़ा में अंतर है. प्रदेश नेतृत्व पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि जिसने दर्द दिया वहीं दवा भी करे.
प्रदेश नेतृत्व से है नाराजगी
गिरिराज सिंह ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व से मेरी कोई नाराजगी नहीं है. मेरी नाराजगी सिर्फ और सिर्फ प्रदेश नेतृत्व से है. मुझे बेगूसराय से कोई परेशानी नहीं हैं पीड़ा बस इस बात की है कि मुझसे बात किये बिना मेरी लोकसभा सीट बदल दी गई. किसी भी दूसरे नेता के साथ ऐसा नहीं हुआ. प्रदेश नेतृत्व मुझे बताए कि मेरे साथ ऐसा क्यों किया गया.
प्रदेश नेतृत्व ने केंद्रीय नेतृत्व को किया गुमराह
मंत्री ने आगे कहा कि अगर केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि मैं बेगूसराय से चुनाव लड़ूं तो यह मेरा सौभाग्य है. बेगूसराय मेरी कर्म भूमी और जन्म भूमी है, लेकिन मैं नवादा से सांसद हूं, वहां काफी मैंने काम किया है. एक बार तो मुझसे बात की जानी चाहिए थी. लंबे वक्त से मैंने पार्टी को अपनी मेहनत और लगन से सींचा है. गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार प्रदेश नेतृत्व ने केंद्रीय नेतृत्व को गुमराह करने का काम किया, गलत सूचना दी गयी है.
जिसने दर्द दिया है वहीं दवा भी करे
नाराजगी दूर होने के सवाल पर गिरिराज ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व मुझे बताए कि मेरे साथ ऐसा क्यों किया गया. कार्यकर्ताओं के साथ मुझसे बात करे. मेरी भावना को ठेस पहुंची है. मैं अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता नहीं कर सकता. जिसने दर्द दिया है वहीं दवा भी करेंगा.